बेंगलुरू, 30 मई (भाषा) कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और मंसूर अली खान ने सोमवार को कर्नाटक से राज्यसभा की चार सीट के लिये 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इस दौरान उनके साथ कर्नाटक विधानसभा सचिवालय में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार भी थे।
जयराम रमेश 2016 से कर्नाटक से उच्च सदन के सदस्य हैं और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया है।
विपक्षी दल के विधानसभा में अपनी ताकत को देखते हुए कम से कम एक सीट जीतने की उम्मीद है, लेकिन उसने एक अन्य उम्मीदवार मंसूर अली खान को मैदान में उतारा है।
जनता दल (सेक्युलर) (जद-एस) जो कि अपने दम पर कोई सीट नहीं जीत सकता, लेकिन उसने कुपेंद्र रेड्डी को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा ”खान को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने जद (एस) की धर्मनिरपेक्ष साख की परीक्षा ली है।”
उन्होंने कहा कि अगर जद (एस) खान का समर्थन करने से इनकार करता है तो मुस्लिम मतदाताओं के बीच गलत संदेश जाएगा कि पार्टी उतनी धर्मनिरपेक्ष नहीं है, जितना वह दावा करती है।
कांग्रेस नेता के अनुसार, ”धर्मनिरपेक्ष मतों” के बंटवारे से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को फायदा होने से अल्पसंख्यकों के सामने जद (एस) का पर्दाफाश हो जाएगा।
भाजपा ने अभी तक अपने तीसरे उम्मीदवार के नाम का खुलासा नहीं किया है। केवल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अभिनेता से नेता बने जग्गेश को मैदान में उतारने की घोषणा की है, क्योंकि पार्टी दो सीट पर जीत को लेकर आश्वस्त है।
हालांकि, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, भाजपा केसी राममूर्ति को फिर से टिकट देने के विकल्प पर भी विचार कर रही है।
प्रदेश से राज्यसभा की चार सीट के लिए चुनाव की आवश्यकता इसलिये पड़ी है, क्योंकि भाजपा के दो सदस्यों निर्मला सीतारमण और केसी राममूर्ति तथा कांग्रेस के जयराम रमेश का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होने वाला है। चौथे राज्यसभा सदस्य, कांग्रेस के ऑस्कर फर्नांडीस का पिछले साल निधन हो गया था।
भाषा फाल्गुनी दिलीप
दिलीप
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