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Monday, 18 November, 2024
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चुनावी हार के कारणों पर चर्चा के लिए रविवार को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक

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नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) हालिया विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करने के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रविवार को होगी जिसमें हार के कारणों की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।

सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार शाम चार बजे सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है।

कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब कांग्रेस ने पंजाब में आम आदमी पार्टी के हाथों सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।

कांग्रेस उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से केवल 2.33 प्रतिशत के वोट हिस्सेदारी के साथ केवल दो सीटें जीत सकी और उसके अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। उत्तर प्रदेश के लिए प्रभारी एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के नेतृत्व में महिलाओं और युवाओं पर केंद्रित सघन अभियान के बावजूद पार्टी को कोई कामयाबी नहीं मिली।

इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने भी शुक्रवार को बैठक की जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी। राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए।

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23′ के नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं। ‘जी 23’ समूह प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस कार्य समिति में शामिल हैं।

कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल नेताओं ने अगस्त, 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में आमूल-चूल परिवर्तन की मांग की थी। इस समूह के दो नेता जितिन प्रसाद और योगानंद शास्त्री अब कांग्रेस छोड़ चुके हैं।

चुनावी हार के बाद ‘जी-23’ समूह के नेताओं में शामिल कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह स्पष्ट है कि बदलाव अपरिहार्य है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी जो कांग्रेस में विश्वास करते हैं, हाल के विधानसभा चुनावों के परिणामों से आहत हैं। यह भारत के उस विचार की पुष्टि करने का समय है जिसके लिए कांग्रेस खड़ी है और जो सकारात्मक एजेंडा देश के सामने रखती है।’’

लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीटीआई-भाषा के साथ टेलीफोन पर बातचीत में स्वीकार किया कि संगठनात्मक कमजोरी के कारण कांग्रेस हार गई, लेकिन कहा कि पार्टी नेतृत्व में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। चौधरी ने कहा, ‘‘हमारी पार्टी में संगठनात्मक कमजोरी है और यही वजह है कि हम हारे हैं।’’

उन्होंने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं। चौधरी ने कहा, ‘‘अगला नेता कौन होगा? अगर नेतृत्व में बदलाव राहुल गांधी या प्रियंका गांधी को हटाने के लिए है तो किसी को यह पूछना होगा कि उनकी जगह कौन लेगा। राहुल और प्रियंका दोनों पूरे दिल से कोशिश कर रहे हैं, उनके प्रयास में कोई संदेह नहीं है।’’

कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव पहले से ही चल रहे हैं और पार्टी को 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच एक नया अध्यक्ष मिलेगा। इसके बाद, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्ण सत्र में अक्टूबर तक सीडब्ल्यूसी के चुनाव होंगे।

पार्टी ने एक नवंबर को सदस्यों के लिए नामांकन अभियान शुरू किया और यह 22 मार्च तक चलेगा। इसके बाद, जिला कांग्रेस समितियां एक1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच विभिन्न पार्टी निकायों के सदस्यों और योग्य उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित करेंगी, जिसके बाद चुनाव होगा। प्रखंड स्तर पर अध्यक्ष एवं कार्यकारिणी समिति के यह प्रक्रिया 16 अप्रैल से 31 मई के बीच पूरी की जाएगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भविष्य के चुनावों में आशाजनक नतीजे प्राप्त करने के लिए पूरी पार्टी में ‘‘पुनर्गठन’’ का आह्वान किया, हालांकि उन्होंने शीर्ष नेतृत्व में बदलाव का आह्वान नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह हमेशा नेतृत्व के पास वापस आता है। गोली का सामना करने में उन्हें कभी कोई झिझक नहीं हुई और न ही वे कभी भागे हैं। वे सब कुछ सहने के लिए तैयार हैं। हमें पार्टी के निचले हिस्से से ‘पुनर्गठन’ करने की आवश्यकता है।’’

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को ट्विटर पर पार्टी कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव परिणामों से निराश नहीं होने और उसी जोश और जोश के साथ लड़ाई जारी रखने का आग्रह किया।

भाषा आशीष माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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