श्रीरंगपटना, 24 नवंबर (भाषा) कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने रविवार को कहा कि राज्य की तीन विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का मतलब एमयूडीए वैकल्पिक भूखंड आवंटन घोटाले में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को ‘क्लीन चिट’ नहीं है।
अशोक ने कहा कि मामला अब भी अदालत में विचाराधीन है।
श्रीरंगपटना के तग्गल्ली में आयोजित एक सभा में उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के खिलाफ मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) भूखंड आवंटन घोटाला मामला अदालत में अब भी विचाराधीन है, लेकिन वह उपचुनाव के नतीजों को ही ‘क्लीन चिट’ बता रहे हैं। केवल अदालतें ही ‘क्लीन चिट’ दे सकती हैं, चुनाव नहीं।”
अशोक ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि तीन विधानसभा क्षेत्रों- चन्नपटना, शिग्गांव और संदुर में हुए उपचुनावों के नतीजे पैसे की जीत हैं, न कि कांग्रेस की जीत। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस इस भ्रम में है कि उन्होंने पैसे खर्च करके और तुष्टीकरण की राजनीति के माध्यम से एक समुदाय का वोट हासिल करके और उपचुनाव जीतकर तीन दुनिया जीत ली हैं।
अशोक ने सिद्धरमैया के उस बयान को लेकर उन पर कटाक्ष किया कि विपक्ष ने कर्नाटक महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में ’89 करोड़ रुपये के गबन’ के आरोप के संबंध में झूठ फैलाया है।
उन्होंने सवाल किया, “क्या आपने खुद कर्नाटक विधानसभा में यह स्वीकार नहीं किया था कि वाल्मीकि निगम में करोड़ों रुपयों की हेराफेरी हुई है, क्या यह झूठ है?”
अशोक ने मुख्यमंत्री से यह भी पूछा कि क्या उनकी पत्नी पार्वती बीएम द्वारा एमयूडीए घोटाले में 14 भूखंड को वापस करना उनके अपराध की अप्रत्यक्ष स्वीकारोक्ति नहीं थी।
उन्होंने सवाल किया, “क्या यह झूठ है कि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने जोर-शोर से कहा कि एमयूडीए घोटाले में आपके खिलाफ जांच की जरूरत है?”
भाषा पारुल सुरेश
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