नयी दिल्ली : कांग्रेस ने जाने-माने विषाणु विज्ञानी शाहिद जमील के केंद्र सरकार की एक समिति से इस्तीफा देने को लेकर सोमवार को उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस सरकार में पेशेवर व्यक्तियों के लिए कोई स्थान नहीं है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘डॉक्टर शाहिद जमील का इस्तीफा निश्चित तौर पर दुखद है। ऐसे पेशेवर लोगों के लिए मोदी सरकार में कोई जगह नहीं है, जो बिना पक्ष या भय के बोल सकते हों.’
कांग्रेस अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए सवाल किया, ‘इस सरकार की लापरवाही से भारत को कितनी पीड़ा झेलनी पड़ेगी.’
पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने सवाल किया कि जमील ने इस्तीफा दिया या फिर उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया?
जाने-माने विषाणु विज्ञानी शाहिद जमील ने कोरोना वायरस की जीनोम श्रंखला का पता लगाने वाली केंद्र सरकार की समिति आईएनएसएसीओजी के प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है.
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले जमील ने कहा था कि वैज्ञानिकों को ‘साक्ष्य आधारित नीति निर्णय के प्रति अड़ियल रवैये’ का सामना करना पड़ रहा है.
गत शुक्रवार को आईएनएससीओजी की बैठक हुई थी. इसमें मौजूद अधिकारियों में से दो ने बताया कि उसी बैठक में जमील ने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी.