नयी दिल्ली, 15 जून (भाषा) कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के तीसरे दिन बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
मुख्य विपक्षी दल ने यह आरोप भी लगाया कि दिल्ली पुलिस ने उसके कार्यालय पर ‘हमला’ बोला और कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं की पिटाई की, हालांकि पुलिस ने इस आरोप को खारिज किया है।
मुख्य विपक्षी दल ने दावा किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने से रोका गया तथा सिर्फ दो मुख्यमंत्रियों अशोक गहलोत एवं भूपेश बघेल को ‘24 अकबर रोड’ पहुंचने की अनुमति दी गई। उसने यह भी कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी झुकने वाले नहीं हैं।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि भारतीय युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस की कई सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्कामुक्की भी हुई।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने ईडी मुख्यालय के निकट प्रदर्शन किया।
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें पुलिस ने उस वक्त हिरासत में ले लिया जब वह पार्टी मुख्यालय जाने की कोशिश कर रहे थे।
कांग्रेस के अनुसार, सांसद मणिकम टैगोर, ए. चेल्ला कुमार, अमर सिंह और जयकुमार विजय वसंत तथा भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी., दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल चौधरी और कई अन्य नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
सांसद टैगोर ने कहा कि पार्टी के कई सांसदों को जब कांग्रेस मुख्यालय नहीं जाने दिया गया तो उन्होंने संसद भवन परिसर जाने की कोशिश की ताकि वे महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन कर सकें, लेकिन उन्हें संसद परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस भारतीय जनता पार्टी के ‘एजेंट’ की तरह काम कर रही है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘देश में यह क्या हो रहा है? क्या हम ‘बनाना रिपब्लिक’ हो चुके हैं? क्या यही लोकतंत्र है? संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।’’
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, ‘‘पहले दिन (सोमवार) 200 लोगों को कांग्रेस मुख्यालय जाने की अनुमति मिली। कल कुछ नेताओं को और आज तो हद हो गई। कहा गया कि केवल दो मुख्यमंत्री ही पार्टी मुख्यालय जा सकते हैं। कर्मचारी भी नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसा तो कभी नहीं हुआ था।’’
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि पुलिस ने उनके आवास को ‘सील’ कर दिया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज सुबह से मेरे दिल्ली निवास स्थान को दिल्ली पुलिस ने सील कर रखा हैं, घर पर परिवार के साथ-साथ सैकड़ों समर्थक भी उपस्थित हैं,क्या दिल्ली में शांतिपूर्ण मार्च प्रदर्शन करना गुनाह है?’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाना ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार के इशारे पर दिल्ली पुलिस ने उसके मुख्यालय पर ‘हमला’ बोला और कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस के इस व्यवहार और जनता के हक में उठने वाली राहुल गांधी की आवाज को दबाए जाने के खिलाफ कांग्रेस बृहस्पतिवार को सभी राजभवनों का घेराव करेगी।
सुरजेवाला ने कहा कि जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया जाए, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए और विभागीय जांच भी शुरू हो।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कांग्रेस के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पुलिसकर्मी कांग्रेस मुख्यालय के अंदर दाखिल नहीं हुए और न ही उन्होंने बल प्रयोग किया।
भाषा हक उमा
उमा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
