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Sunday, 5 May, 2024
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मैसुरु में उत्सव के दौरान लोगों संग थिरके कांग्रेस नेता सिद्धारमैया, बेटे ने शेयर किया वीडियो

अपने पैरों के लयबद्ध तरीके से हवा में हिलाते हुए, 73 वर्षीय सिद्धरमैया ने मंदिर के भगवान सिद्धरमेश्वर को खुश करने के लिए नृत्य किया. बचपन में उन्होंने इस डांस फॉर्म की ट्रेनिंग ली थी.

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बेंगलुरु: मैसूर के एक मंदिर उत्सव में गुरुवार को एक खास परफॉर्मेंस देखने को मिली. ये परफॉर्मेंस थी कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की. जिन्होंने कर्नाटक के एक लोक नृत्य वीरा कुनिथा पर अपने पैतृक गांव सिद्दारमनहुंडी में लोगों के एक ग्रुप के साथ डांस किया.

अपने पैरों के लयबद्ध तरीके से हवा में हिलाते हुए, 73 वर्षीय सिद्धरमैया ने मंदिर के भगवान सिद्धरमेश्वर को खुश करने के लिए नृत्य किया. कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया का नाम मंदिर भगवान के नाम पर रखा गया था और अपने बचपन में उन्होंने इस डांस फॉर्म की ट्रेनिंग ली थी.

इसका एक वीडियो उनके बेटे और वरुणा से कांग्रेस विधायक यतींद्र सिद्धारमैया ने शेयर किया.

यतींद्र ने दिप्रिंट को बताया, ‘सिद्धरमेश्वर मंदिर उत्सव तीन साल में एक बार होता है, लेकिन मंदिर निर्माण और कोविड के कारण पिछले छह वर्षों से इसका आयोजन नहीं किया गया है. आखिरकार, उत्सव गुरुवार आधी रात से शुरू हुआ. दोस्तों और चाहने वालों के कहने पर पिता ने हमारे गांव के लोगों के साथ नृत्य किया.’

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यह पहली बार नहीं है जब सिद्धारमैया ने अपने नृत्य किया है. साल 2010 में कर्नाटक में अवैध खनन के खिलाफ कांग्रेस पार्टी की ‘बेल्लारी चलो’ पदयात्रा के दौरान भी उन्होंने राज्य के एक अन्य लोक नृत्य वीरागसे पर डांस करके सुर्खियां बटोरी थीं. इस पदयात्रा के बाद अंततः 2013 में वह राज्य के मुख्यमंत्री बनाए गए.

यतींद्र ने कहा, ‘पिता को बचपन में वीरा कुनिथा सीखने के लिए मंदिर में भेजा गया था. दरअसल, उन्होंने मंदिर में अपने डांस टीचर से ही अक्षरों का ज्ञान प्राप्त किया. उनकी औपचारिक स्कूली शिक्षा बाद में शुरू हुई, जब उन्हें सीधे पांचवीं कक्षा में एडमिशन दिया गया.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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