नई दिल्ली: कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा का सोमवार को 93 साल की उम्र में निधन हो गया है. वह कोरोनावायरस संक्रमण के बाद स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं से पीड़ित थे. उन्होने दिल्ली के फोर्टिस एस्कॉर्ट अस्पताल में अंतिम सांस ली. परिवार ने यह जानकारी दी है. वोरा मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम, सांसद और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे. उनके निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर शोक जताते हुए उन्हें असली कांग्रेसी और मानवीयता से भरा बताया.
उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि यूरिनरी इंफेक्शन के बाद उन्हें एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां वह वेंटिलर पर थे. सोमवार को उनका निधन हो गया. रविवार (20 दिसंबर) को ही वोरा का जन्मदिन था.
वह गत अक्टूबर महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और कई दिनों तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती रहने के बाद उन्हें छुट्टी भी मिल गई थी.
वोरा ने अपने पांच दशकों से अधिक के राजनीतिक जीवन में पार्टी और सरकार में कई अहम भूमिकाओं का निर्वहन किया. वह इस साल अप्रैल तक राज्यसभा के सदस्य रहे और कुछ महीने पहले तक कांग्रेस के महासचिव (प्रशासन) की भूमिका निभा रहे थे.
उन्होंने करीब दो दशकों तक कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और संगठन में कई अन्य जिम्मेदारियां निभाईं.
वोरा 1980 के दशक में दो बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1990 के दशक में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल रहे. केंद्र में पीवी नरसिंह राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में उन्होंने स्वास्थ्य और नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में भी सेवा दी.
Congress leader Rahul Gandhi condoles the passing away of party leader Moti Lal Vohra.
"Vora ji was a true congressman and a wonderful human being," tweets Rahul Gandhi. https://t.co/xpSpO5VhUi pic.twitter.com/OHt0VWFLm6
— ANI (@ANI) December 21, 2020
Shri Motilal Vora Ji was among the senior-most Congress leaders, who had vast administrative and organisational experience in a political career that spanned decades. Saddened by his demise. Condolences to his family and well-wishers. Om Shanti: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) December 21, 2020
पीएम मोदी ने ट्वीट किया है, ‘मोतीलाल वोरा जी उन वरिष्ठतम कांग्रेसी नेताओं में से थे, जिन्हें दशकों तक एक राजनीतिक करियर में व्यापक प्रशासनिक और संगठनात्मक अनुभव था. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना. ओम शांति.’
.. 92 साल की उम्र में भी हर मीटिंग में उनकी मौजूदगी रही, हर निर्णय पर उन्होंने अपने विचार खुलकर प्रकट किए। आज दुःख भरे दिल से उन्हें अलविदा कहते हुए यह महसूस हो रहा है कि परिवार के एक बड़े बुजुर्ग सदस्य चले गए हैं। हम सब उन्हें बहुत याद करेंगे।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 21, 2020
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया है कि उनके जाने से पार्टी का हर नेता, कार्यकर्ता दुखी है. वह कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण, धैर्य के प्रतीक थे.
A giant is no more !
Sh. Moti Lal Vora was the epitome of commitment, dedication & loyalty.
He inspired an entire generation by his untiring attitude & capacity to brave every adversity.
My heartfelt homage !? pic.twitter.com/5r13Uepl8i
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 21, 2020
सुरजेवाला ने भी हार्दिक श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें प्रतिबद्धता, समर्पण और निष्ठा का प्रतीक बताया है जिन्होंने अपनी पीढ़ी को प्रभावित किया.
Sorry about the passing away of Motilal Vora , an old warhorse , a valued colleague , a dear friend who was always committed to the Ideology of the Congress Party and stood by it at all times . My heartfelt condolences to the bereaved family . May his soul rest in peace.
— Kapil Sibal (@KapilSibal) December 21, 2020
कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया है कि मोतीलाल वोरा के निधन को लेकर दुख है, एक पुराने योद्धा, एक मूल्यवान सहयोगी, एक प्रिय मित्र जो हमेशा कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध थे और हर समय उसके द्वारा खड़े थे. शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. उनकी आत्मा को शांति मिले.
He was a veteran leader of such extraordinary personality, whose life was dedicated to the Congress. He worked dedicatedly for the party until his last breath. His demise is a huge loss to the party. May his family & supporters find strength. May his soul rest in peace.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) December 21, 2020
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा है, ‘कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, श्री मोतीलाल वोरा जी के निधन पर हार्दिक संवेदना. वह हमारे सबसे वरिष्ठ नेता थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री के रूप में, मप्र के मुख्यमंत्री के रूप में, यूपी के राज्यपाल, महासचिव और AICC के कोषाध्यक्ष के रूप में बिताया.