पणजी, 17 अप्रैल (भाषा) भारतीय जनता पार्टी की गोवा इकाई ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर नेशनल हेराल्ड मामले में पीड़ित होने का दावा करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी इस करोड़ों रुपये के ‘‘घोटाले’’ के बारे में बताने के लिए लोगों के बीच जायेगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में नयी दिल्ली की एक विशेष अदालत में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ 988 करोड़ रुपये के धनशोधन का आरोप लगाते हुए आरोपपत्र दाखिल किया है।
अभियोजन पक्ष की शिकायत नौ अप्रैल को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गयी थी।
दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा 26 जून 2014 को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी शिकायत का संज्ञान लेने के बाद ईडी की जांच 2021 में शुरू हुई थी।
कांग्रेस ने बुधवार को आरोपपत्र को लेकर देशभर में ईडी दफ्तरों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि उसके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई से ‘‘निरंकुश’’ सरकार की घबराहट और नैतिक दिवालियापन का पता चलता है, जो जनता के मुद्दों और आर्थिक संकट से ध्यान भटकाना चाहती है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी की गोवा इकाई के अध्यक्ष दामोदर नाइक ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेशनल हेराल्ड मामले में पीड़ित होने का दावा करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। हालांकि, पीड़ित होने का दावा सच नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा घर-घर जाकर पर्चे बांटेगी और लोगों को करोड़ों रुपये के इस ‘घोटाले’ और गांधी परिवार एवं कांग्रेस पार्टी की कथित भूमिका के बारे में बताएगी।
भाजपा नेता ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामला उनकी पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था, और उस वक्त कांग्रेस के नेतृत्व वाली संप्रग सरकार केंद्र में थी।
नाइक ने कहा, ‘कांग्रेस नेताओं ने निचली अदालतों और शीर्ष अदालत से राहत पाने की असफल कोशिश की।’
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में कांग्रेस को धन शोधन करते हुए पाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश की सभी संपत्तियों को अपनी निजी संपत्ति मान रही है।
नाइक ने दावा किया कि नेशनल हेराल्ड घोटाला 2,500 करोड़ रुपये का है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग के खिलाफ धमकी भरे बयान जारी कर रही है, जो निंदनीय है।
भाषा रंजन मनीषा
मनीषा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.