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Saturday, 20 December, 2025
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ग्रामीण रोजगार विधेयक से महात्मा गांधी का नाम हटाने से कांग्रेस आहत: खुर्शीद

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(तस्वीरों के साथ)

श्रीनगर, 20 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने शनिवार को कहा कि महात्मा गांधी का नाम हटाते हुए मनरेगा के स्थान पर सरकार द्वारा संसद में ‘विकसित भारत जी राम जी’ विधेयक पारित कराये जाने से उनकी पार्टी आहत है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपिता लोगों के दिलों में बसते हैं।

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) और नेशनल हेराल्ड मामले में नवीनतम घटनाक्रम पर कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत खुर्शीद ने यहां प्रेसवार्ता में कहा कि मनरेगा ‘‘हमारे और हमारे देश के लिए भावनात्मक पहलू है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मनरेगा महात्मा गांधी के व्यक्तित्व, उनकी महानता और उनके नाम से जुड़ा हुआ था। उन्होंने इसे हटा दिया है। सवाल उठता है कि इससे किसी को क्या लाभ मिलेगा और इससे कौन सा उद्देश्य हासिल होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘गांधीजी भारत के लोगों के दिलों में हमेशा बने रहेंगे और उनका नाम मिटाया नहीं जा सकता। हमें दुख हुआ है, लेकिन कोई इसे (उनके प्रति प्यार को) कम नहीं कर सकता, इसे मिटा नहीं सकता। इसका जवाब जनता देगी।’’

खुर्शीद ने कहा कि मनरेगा के तहत किसी विशेष क्षेत्र के लोगों की मांगों के अनुसार 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी गई थी और यह योजना 20 वर्षों तक सफलतापूर्वक चली।

उन्होंने कहा, ‘‘अब, क्या कार्य किया जाना है उस बारे में निर्णय अधिकारी लेंगे, लोग नहीं। गांव को जो निर्णय लेने का अधिकार दिया गया था, वह उनसे छीन लिया गया है।’’

उन्होंने कहा कि नयी योजना राज्यों पर भार डालती है, क्योंकि केवल 60 प्रतिशत धनराशि केंद्र से आएगी और शेष राशि राज्य सरकारों को वहन करनी होगी। उन्होंने कहा कि इससे 12 करोड़ श्रमिक प्रभावित होंगे।

नेशनल हेराल्ड मामले पर खुर्शीद ने कहा कि कुछ ‘‘शरारती लोग’’ नेशनल हेराल्ड के पुनर्गठन में उठाए गए कानूनी कदमों को इस तरह से पेश करना चाहते हैं कि लोगों को लगे कि यह एक घोटाला है।

उन्होंने कहा, “लेकिन, अदालत ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के आरोपपत्र को एकतरफा हस्तक्षेप बताते हुए खारिज कर दिया।”

खुर्शीद ने सरकार पर लोकतंत्र की मूलभूत व्यवस्था – मताधिकार – में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया।

भाषा राजकुमार सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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