लखनऊ : लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद वहां जाने के दौरान रास्ते में हिरासत में लीं गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 28 घंटे बाद भी पुलिस अभिरक्षा में हैं.
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को बताया कि प्रियंका समेत पांच नेताओं को हिरासत में लिए गए 28 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है.
प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक ट्वीट में कहा ‘नरेंद्र मोदी जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी आदेश और मुकदमे के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है.’
.@narendramodi जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।
अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों? pic.twitter.com/0IF3iv0Ypi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
उन्होंने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी संलग्न किया है जिसमें एक गाड़ी किसानों को रौंदती हुई जाती दिखाई दे रही है. कांग्रेस महासचिव ने प्रश्न किया, ‘अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ. क्यों?’ लल्लू ने कहा, प्रियंका को अब तक अपने वकीलों से मिलने नहीं दिया गया. किसी को 24 घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस हिरासत में रखना ग़ैर क़ानूनी है. मगर प्रशासन के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. प्रशासन ने उन्हें हिरासत में लेने की कोई क़ानूनी वजह भी नहीं बतायी है.’ उन्होंने कहा कि सीतापुर के पीएसी द्वितीय वाहिनी परिसर में हिरासत में रखीं गयीं प्रियंका ने साफ़ कहा है कि वह हिरासत से छूटते ही लखीमपुर खीरी जाकर शहीद किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगी.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
कांग्रेस के मीडिया एवं संचार विभाग के उपाध्यक्ष पंकज श्रीवास्तव ने कहा, ‘प्रधानमंत्री आज लखनऊ में जश्न मनाने आ रहे हैं जबकि लखीमपुर खीरी में किसानों को इंसाफ का इंतजार है. यह असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है.’ प्रियंका के साथ पार्टी के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास और विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह भी हिरासत में हैं.
लल्लू ने बताया कि द्वितीय वाहिनी पीएसी परिसर के बाहर इस वक्त बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद हैं और हिरासत में लिए गए सभी नेताओं को छोड़ने की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में वाद्रा की ग़ैर क़ानूनी हिरासत को लेकर बेहद आक्रोश है.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.