गुवाहाटी, एक मई (भाषा) हालिया पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान महिलाओं के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के खिलाफ पुलिस में कई शिकायतें दर्ज कराईं।
शर्मा के 28 अप्रैल को दिए गए बयान के विरोध में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने राज्य भर के जिला मुख्यालयों में कई शिकायतें दर्ज कराईं।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है और कहा है कि वह शिकायतों की जांच कर रही है।
शर्मा ने पंचायत चुनाव से जुड़ी रैलियों के दौरान वर्ष 2013 और 2014 (जब कांग्रेस सत्ता में थी) के लिए असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) की परीक्षाओं में अनियमितताओं पर न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बिप्लब कुमार शर्मा आयोग की रिपोर्ट से एक गवाह के बयान का उल्लेख किया था।
उन्होंने कहा था कि गवाह के बयान में कहा गया है कि कांग्रेस शासन के दौरान महिलाओं को नौकरी पाने के लिए ‘‘गलत रास्ता अपनाना पड़ा।’’
पार्टी प्रवक्ता मोनालिसा बरुआ हजारिका ने कहा, ‘‘जिला कांग्रेस अध्यक्षों और अन्य नेताओं ने अपने-अपने स्थानीय पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें मुख्यमंत्री की उन टिप्पणियों की निंदा की गई, जो कथित तौर पर असमिया महिलाओं के चरित्र को बदनाम करती हैं।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की मांग की और मुख्यमंत्री के बयानों की जांच की मांग की।
गुवाहाटी में दिसपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए महानगर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल चंद्र शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘असम की महिलाओं की पवित्रता पर संदेह जताने वाली मुख्यमंत्री की टिप्पणी एक गहरी प्रतिगामी और अप्रिय मानसिकता को दर्शाती है।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान नियुक्त महिलाओं के प्रति मुख्यमंत्री का ‘संदेह’ ‘अन्यायपूर्ण’ है और इससे गंभीर सामाजिक अशांति पैदा हो सकती है।
कांग्रेस ने बुधवार को महिलाओं के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए असम के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका था और राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) को पत्र लिखकर भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
भाषा संतोष सुरेश
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