मलप्पुरम, चार जून (भाषा) केरल में विपक्षी दल कांग्रेस ने भारी बारिश के बाद राज्यभर में राष्ट्रीय राजमार्ग 66 के कुछ हिस्सों के ढहने और क्षतिग्रस्त होने संबंधी घटना की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की बुधवार को मांग की।
इस मुद्दे पर अब तक कोई जांच न करने के लिए राज्य की वामपंथी सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस ने कहा कि केवल एक व्यापक जांच ही राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में शामिल कथित भ्रष्टाचार को उजागर कर सकती है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) निर्माण में कथित इंजीनियरिंग खामियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि एक विशेषज्ञ समिति द्वारा तकनीकी पहलू की जांच के अलावा, इसमें शामिल ‘‘भ्रष्टाचार’’ की व्यापक जांच की जानी चाहिए।
सतीशन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘राज्य में सड़क (राष्ट्रीय राजमार्ग) निर्माण में खामियों की बड़े पैमाने पर जांच की जानी चाहिए। सीबीआई जांच का आदेश दिया जाना चाहिए। इसमें हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है।’’
उन्होंने दावा किया कि विपक्ष को राज्य सरकार के भीतर कुछ लोगों के बारे में स्पष्ट संकेत मिले हैं, जिन्होंने कथित तौर पर उस ठेका कंपनी को लाभ पहुंचाया, जिस पर अब राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर आरोप लग रहे हैं।
सीबीआई जांच की विपक्ष की मांग ऐसे समय में आई है, जब कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने यह स्पष्ट किया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की पूरी जिम्मेदारी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की है।
विजयन ने कहा था कि राष्ट्रीय राजमार्ग का विकास प्रदेश की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार के दृढ़ संकल्प के कारण ही संभव हो पाया है।
दो सप्ताह पहले लगातार बारिश के बाद मध्य और उत्तरी केरल में निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग 66 का एक हिस्सा ढहने, सड़क के कुछ हिस्सों में दरारें आने तथा निर्माण के लिए पहाड़ियों को समतल किए जाने वाले क्षेत्रों में मिट्टी खिसकने के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था।
भाषा रंजन देवेंद्र
देवेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.