चेन्नई, 15 फरवरी (भाषा) तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी दल अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) ने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन से राज्य के अधिकारों की रक्षा के लिए मुल्लापेरियार के मामले पर विशेष ध्यान देने और केरल को राज्य की अनुमति के बिना निरीक्षण करने से रोकने का आग्रह किया।
अन्नाद्रमुक समन्वयक ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि मुल्लापेरियार जलाशय का स्वामित्व और रखरखाव तमिलनाडु सरकार करती है और यह निर्विवाद तथ्य है।
विपक्ष के उपनेता पनीरसेल्वम ने कहा कि ऐसी स्थिति में तमिलनाडु सरकार का केरल के मंत्रियों एवं अधिकारियों द्वारा निरीक्षण को लेकर केवल एक ‘दर्शक’ बने रहना और उनका पानी ‘छोड़ना’ बहुत निंदनीय है।
पनीरसेल्वम ने एक बयान में कहा कि केरल सरकार के इस तरह के एकतरफा कदमों को तत्काल रोकना चाहिए और इससे आंखें मूंद लेने से पड़ोसी राज्य का इस मामले पर दावा पेश करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा कि मुल्लापेरियार बांध का स्वामित्व केवल तमिलनाडु के पास है और यह तथ्य स्थापित किया जाना चाहिए, इसलिए मुख्यमंत्री स्टालिन को इस मामले पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पनीरसेल्वम ने कहा कि स्टालिन को मुल्लापेरियार मामले पर राज्य के अधिकारों को बरकरार रखने के लिए कदम उठाने चाहिए और केरल के मंत्रियों एवं अधिकारियों को तमिलनाडु सरकार की अनुमति के बिना निरीक्षण करने से रोकना चाहिए।
भाषा
सिम्मी दिलीप
दिलीप
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