मिलेगा तनावमुक्त खुशनुमा माहौल
इस पार्क में कोटावासियों के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को खुशनुमा माहौल मिलेगा. यहां नेचर और म्यूजिक के बीच घूमकर वो तनावमुक्त होंगे. पार्क में दोनों प्रवेश द्वारों पर विशाल फव्वारे भी बनाए गए हैं.
समारोह में शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, राजस्व मंत्री रामलाल जाट सहित मंत्रिगण, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे. आर्किटेक्ट अनूप बरतरिया ने पार्क के विकास और खासियतों की सम्पूर्ण जानकारी दी.
ऑक्सीजोन सिटी पार्क की खासियत
30 हैक्टैयर में बने इस पार्क को बनाने में 120 करोड़ रुपए की लागत आई है और इसे बनाने में 800 दिन का समय लगा है.
पार्क में 4 किलोमीटर का पक्का ट्रेक और 1.25 किमी नहर के सहारे जॉगिंग ट्रेक बनाए गए हैं. इसके अलावा 1.04 किमी व 12-15 मीटर चौड़ाई की एक कैनाल लगाई गई है.
पार्क में दो लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं, 200 विदेशी-देशी पक्षियों के लिए 1 पक्षीशाला (ऐवियरी) बनाई गई है. 85 प्रतिशत हरियाली प्राकृतिक तरीके से विकसित गई और 15 मीटर ऊंची गन मेटल से बनी प्रतिमाएं (ट्री मेन, नॉलेज इज फ्रीडम, सेव द अर्थ) भी स्थापित की गई हैं.
पार्क में 13 गुना 28 मीटर का एक ग्लास हाउस का निर्माण करने के साथ-साथ एक आर्टिफिशियल पहाड़ी (आर्ट हिल) बनाई गई है.
12 गुना 12 मीटर और 9 मीटर ऊंचे इन्वर्टेड पिरामिड पर होगी 3डी मेपिंग, 10 मीटर की ऊंचाई पर 45 गुना 40 मीटर का डक पौंड स्थित है. पार्क में एक झरना, दो स्टोन ब्रिज, एक लकड़ी का पुल, नहर के ऊपर एक रेम्पब्रिज भी मौजूद है.
खाने-पीने के शौकीनों के लिए फूड जोन, कैफे, सिटी बाज़ार है और एम्फीथियेटर, बच्चों के लिए किड्स जोन और एक ओपन जिम भी है.