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Tuesday, 25 June, 2024
होमदेशCM चौहान सीधी बस हादसे में जान बचाने वाले 3 लोगों को देंगे 5-5 लाख रुपये का पुरस्कार

CM चौहान सीधी बस हादसे में जान बचाने वाले 3 लोगों को देंगे 5-5 लाख रुपये का पुरस्कार

मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिरी बस के यात्रियों को बचाने के लिए वहां खड़े 16 से 22 साल के इन बच्चों ने नहर में छलांग लगाकर सात यात्रियों को बाहर निकाला था.

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सीधी (मप्र): मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को हुए प्रदेश के सीधी बस हादसे में छह यात्रियों की जान बचाने वाले तीन लोगों को पांच-पांच लाख रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है.

चौहान ने कहा, ‘बचाव कार्य में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया तथा सतेन्द्र शर्मा को पांच-पांच लाख रूपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि इन तीनों ने अदम्य साहस दिखाकर लोगों की जान बचाई.

चौहान ने राहत तथा बचाव कार्य में तत्परता के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की प्रशंसा की.

मध्यप्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिरी बस के यात्रियों को बचाने के लिए वहां खड़े 16 से 22 साल के इन बच्चों ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए तुरंत नहर में छलांग लगाई और सात यात्रियों को नहर से बाहर निकाल लिया. हालांकि, इन सात यात्रियों में से एक यात्री ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बाकी छह यात्री सुरक्षित हैं.

मालूम हो कि मध्यप्रदेश में सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुए इस बस हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी. यह बस यात्रियों से खचाखच भरी थी और अपना रूट बदलकर जाते समय नहर में गिर गई थी.

मुख्यमंत्री चौहान ने दिए चार अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को प्रदेश के सीधी बस हादसे के मामले में मध्यप्रदेश रोड कॉरपोरेशन के मंडलीय प्रबंधक (डीएम) सहित चार अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिये हैं.

चौहान ने सीधी कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में राहत तथा बचाव कार्य की समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, ‘सीधी बस दुर्घटना के सही कारण का तो जांच के बाद पता चलेगा पर आम जनता से जो फीडबैक (प्रतिपुष्टि) मिला है, उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होने तथा बार-बार जाम लगने के कारण बस को मार्ग बदलना पड़ा. इसलिए मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीआरडीसी) के डीएम, एजीएम तथा प्रबंधक को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं.’

उन्होंने कहा कि क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस के निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने का दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी को निलंबित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

चौहान ने कहा, ‘ इन चारों अधिकारियों को मैं निलंबित कर रहा हूं.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीआरडीसी के वरिष्ठ अधिकारी गुरूवार को यहां आएंगे और 15 दिन में घाटी में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाएगा. इस रोड पर खतरनाक मोड़ को समाप्त करने के लिए दीर्घकालीन कार्य योजना बनेगी.

उन्होंने कहा, ‘जिन्हें हमने खोया है, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता. पर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी. आज (बुधवार को) उन्हें सात लाख रुपये की तत्काल सहायता दी गई है. दुर्घटना में मृतक व्यक्तियों के परिजनों को उनकी स्थिति के अनुसार सहायता दी जाएगी.’

चालक गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल

मध्यप्रदेश के सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में हुई बस दुर्घटना के एक दिन बाद वाहन चालक बलेन्दु विश्वकर्मा को बुधवार सुबह समीपवर्ती सतना जिले से पुलिस ने हिरासत में लिया.

विश्वकर्मा को बाद में रामपुर नैकिन की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.

रामपुर नैकिन में थाना प्रभारी अशोक पांडे ने बताया, ‘‘बालेन्द्र विश्वकर्मा को समीपवर्ती सतना जिले के हनुमान नगर, नई बस्ती से बुधवार सुबह गिरफ्तार किया गया. उसे बाद में वहां से लाकर सीधी जिले के रामपुर नैकिन में एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.’’ इससे पहले चालक विश्वकर्मा ने दावा किया था कि हादसे से ठीक पहले उसने बस में एक आवाज सुनी थी और उसके बाद बस अचानक नहर में गिर गई.

विश्वकर्मा ने सीधी में मीडिया से कहा, ‘यह बस सीधी से मंगलवार सुबह साढ़े पांच बजे रवाना हुई थी और दुर्घटनास्थल पर करीब साढ़े सात बजे पहुंची. बस के सड़क से फिसलकर नहर में गिरने से ठीक पहले मैंने इस बस में एक आवाज भी सुनी थी.’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे नहीं पता कि बस के किस हिस्से से यह आवाज आ रही थी, लेकिन इसके बाद यह नहर में गिर गई.’

विश्वकर्मा ने बताया कि यह बस 32 सीट की क्षमता की थी और खचाखच भरी हुई थी. हालांकि, उसने कहा कि इसमें कुल कितने यात्री थे, उसको इसकी जानकारी नहीं है.

उन्होंने कहा कि हादसे के बाद उसे वहां मौजूद लोगों ने बचा लिया और बाद में कुछ दूरी तक पैदल चलने के बाद वह एक बस से सतना चला गया.

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