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जम्मू, 17 अगस्त (भाषा) जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को प्रशासन को बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित कठुआ जिले में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत, बचाव और निकासी के उपाय करने के निर्देश दिए।
राजबाग के जोध घाटी गांव में शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को बादल फटने की घटना में चार लोगों की मौत हो गई और छह अन्य को बचाया गया। इस घटना से गांव तक पहुंचने का रास्ता भी बंद हो गया और जमीन एवं संपत्ति को भी कुछ नुकसान हुआ।
मुख्यमंत्री के कार्यालय (सीएमओ) ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मुख्यमंत्री ने जोध खड्ड और जुथाना सहित कठुआ के कई हिस्सों में भूस्खलन से हुई दुखद जनहानि और क्षति पर दुख व्यक्त किया है। इस घटना में चार लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की और सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया।’’
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन को प्रभावित परिवारों की सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल राहत, बचाव और निकासी उपाय करने का निर्देश दिया है।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में राहत एवं बचाव अभियान चलाने के लिए नागरिक प्रशासन, सेना और अर्द्धसैनिक बल हरकत में आ गए हैं।
सिंह ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘जंगलोट इलाके में बादल फटने की सूचना मिलने के बाद एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) कठुआ श्री शोभित सक्सेना से बात की।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘चार लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है। इसके अलावा रेलवे ट्रैक और राष्ट्रीय राजमार्ग को भी नुकसान पहुंचा है जबकि कठुआ थाना भी प्रभावित हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि नागरिक प्रशासन, सेना और अर्द्धर्सैनिक बल हरकत में आ गए हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
भाषा सुरभि रंजन
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