नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की एक रिपोर्ट के अनुसार जलवायु परिवर्तन संयुक्त राष्ट्र सतत विकास एजेंडा 2030 को प्राप्त करने में वैश्विक प्रयासों को बेहद कमजोर कर रहा है।
रिपोर्ट में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को लेकर जलवायु परिवर्तन और मौसमी प्रभावों की व्यवस्थित रूप से पड़ताल करते हुए कहा गया है कि भूख, गरीबी और खराब स्वास्थ्य से निपटने जैसे सतत विकास लक्ष्यों में से केवल 15 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की दिशा में सही तरीके से आगे बढ़ा जा रहा है। अन्य लक्ष्यों में स्वच्छ जल और ऊर्जा तक पहुंच में सुधार और टिकाऊ जीवन तथा विकास के अन्य पहलू शामिल हैं।
‘यूनाइटेड इन साइंस 2023’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा, “2030 एजेंडे को हासिल करने की दिशा में आधा समय बीत जाने के बाद विज्ञान इस बात को लेकर स्पष्ट है कि दुनिया अपने जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने से बहुत दूर है।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने रिपोर्ट की प्रस्तावना में कहा है कि “दुनिया बुरी तरह से पटरी से उतर गई है।”
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर बहुत कम वैश्विक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
2027 के अंत तक प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों के माध्यम से खतरनाक मौसम से सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की पहल का जिक्र करते हुए गुतारेस ने कहा, ‘‘2027 तक सभी के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्राप्त करने से न केवल जीवन और आजीविका बचेगी बल्कि सतत विकास को सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगी।’’
रिपोर्ट में बताया गया है कि देशों द्वारा उत्सर्जन में कटौती के वादे और पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक कटौती के बीच अंतर को कम करने में ‘बहुत सीमित प्रगति’ हुई है और ऐसा करने के लिए ‘बड़े पैमाने पर, तेजी से और प्रणालीगत परिवर्तन’ की जरूरत थी।
भाषा जोहेब नरेश
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