नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को 2024 लोकसभा चुनाव में हुई कथित “वोट चोरी” के अपने आरोपों को दोहराया और कहा कि फ्री और फेयर चुनाव के लिए “साफ” मतदाता सूची बेहद ज़रूरी है.
कांग्रेस सांसद ने इसे लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई से जोड़ा.
उन्होंने एक्स पर लिखा, “वोट चोरी ‘वन मैन, वन वोट’ की बुनियादी सोच पर हमला है. फ्री और फेयर चुनाव के लिए साफ मतदाता सूची ज़रूरी है. हमारी चुनाव आयोग से मांग साफ है—पारदर्शी रहें और डिजिटल वोटर लिस्ट जारी करें, ताकि लोग और पार्टियां उनका ऑडिट कर सकें. यह लड़ाई लोकतंत्र की रक्षा के लिए है.”
इस बीच, कांग्रेस ने 11 अगस्त को अपने महासचिवों, प्रभारी नेताओं और अग्रिम संगठनों के प्रमुखों की बैठक बुलाने की घोषणा की है. इसमें मतदाता सूची में हेरफेर और चुनावी धांधली के खिलाफ राष्ट्रव्यापी अभियान पर चर्चा होगी.
कांग्रेस बिहार में मतदाता सूची के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का भी विरोध कर रही है और इस मुद्दे पर इंडिया ब्लॉक के अन्य दलों के साथ है.
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने एक्स पर लिखा, “जिस तरह भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बापू ने ‘करो या मरो’ का आह्वान किया था, वैसे ही हमें आज लोकतंत्र बचाने के लिए करो या मरो के मिशन पर निकलना होगा. मतदाता सूची में हेरफेर और चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ, जैसा कि नेता विपक्ष राहुल गांधी जी ने उजागर किया है, पार्टी का राष्ट्रव्यापी अभियान तय करने के लिए 11 अगस्त को शाम 4:30 बजे 24 अकबर रोड पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जी की अध्यक्षता में बैठक होगी.”
7 अगस्त को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि कांग्रेस को आंतरिक विश्लेषण के मुताबिक कर्नाटक में 16 सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन पार्टी सिर्फ 9 सीटें जीत पाई.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 7 अप्रत्याशित हारों की जांच की और महादेवपुरा सीट पर फोकस किया, जहां कथित रूप से 1,00,250 वोट चोरी हुए.
कांग्रेस के आंकड़ों के मुताबिक, महादेवपुरा लोकसभा क्षेत्र में कुल 6.26 लाख वोट पड़े. भाजपा को 6,58,915 वोट मिले और 32,707 वोटों से जीत हासिल हुई, लेकिन विधानसभा स्तर पर कांग्रेस ने सभी सीटें जीतीं, सिवाय महादेवपुरा के. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 1,00,250 वोट चोरी पांच अलग-अलग तरीकों से हुई—डुप्लीकेट वोटर, फर्जी और अमान्य पते, एक ही पते पर बल्क वोटर और ऐसे पते जिन पर दर्जनों लोग दर्ज हैं, लेकिन असल में वहां कोई नहीं रहता.
इसी बीच, चुनाव आयोग ने शनिवार को राहुल गांधी से कहा कि वे या तो नियमों के मुताबिक घोषणा दें या फिर देश से अपनी “गलत” टिप्पणी के लिए माफी मांगें.
चुनाव आयोग ने बयान में कहा, “राहुल गांधी को या तो नियमों के मुताबिक घोषणा देनी चाहिए या देश से अपने झूठे आरोपों के लिए माफी मांगनी चाहिए.”