नयी दिल्ली: यहां की तीस हजारी अदालत में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प से संबंधित मुद्दे पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने रविवार को सुनवाई शुरू करने का फैसला किया. इस झड़प में कई लोग घायल हो गये थे.
इस मुद्दे पर सुनवाई शुरू करने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र, नगर पुलिस प्रमुख, मुख्य सचिव को नोटिस जारी किया.
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सुनवाई शुरू करते ही संबंधित पुलिस अधिकारियों को दिन में तीन बजे अदालत में उपस्थित रहने का आदेश दिया.
महापंजीयक (आरजी) दिनेश कुमार शर्मा ने कहा कि घटना को लेकर मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए अदालत ने दोपहर बाद दिन में एक बजे कार्यवाही शुरू की.
Delhi Police during hearing in Delhi High Court on yesterday's clash between police and lawyers: Special Investigation Team has been constituted to investigate the matter. One assistant sub-inspector of police who was accused of taking the lawyer to the lockup has been suspended. https://t.co/fdAHyoz0W5
— ANI (@ANI) November 3, 2019
उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीशों ने सुबह बंद कमरे में बैठक की.
आरजी ने बताया कि बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और दिल्ली सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी शामिल थे.
उन्होंने कहा कि बैठक खत्म होने के बाद अदालत ने दिन में एक बजे सुनवाई करने का फैसला किया.
वकीलों और पुलिस के बीच झड़प पर शनिवार को उच्च न्यायालय ने पांच घंटे से भी अधिक समय तक बैठक की.
आरजी ने बताया कि बैठक रात करीब नौ बजकर 40 मिनट पर खत्म हुई. मुख्य न्यायाधीश के निर्देशानुसार बैठक में संयुक्त पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) और दिल्ली के अतिरिक्त मुख्य सचिव मौजूद थे.
बैठक में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया था कि इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गयी है और जांच जारी है.
आरजी ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश ने मामले को बहुत ‘गंभीरता’ से लिया और उच्च न्यायालय ‘वादियों एवं वकीलों की सुरक्षा’ को लेकर बहुत चिंतित है.
उन्होंने कहा कि सभी दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिये उच्च न्यायालय समूचे मामले पर करीब से नजर बनाये हुए है.
अधिकारियों और चश्मदीदों के अनुसार तीस हजारी अदालत परिसर में शनिवार दोपहर वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी जिसमें 10 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गये जबकि 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गयी.
वकीलों का दावा है कि उनके चार सहकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें एक वकील पुलिस की गोली लगने से घायल हुआ है. वहीं, पुलिस ने गोलीबारी के आरोपों से इनकार किया है.
पुलिस ने कहा कि घायल पुलिसकर्मियों में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (उत्तरी जिला) हरेंद्र कुमार, कोतवाली एवं सिविल लाइंस के थाना प्रभारी और पुलिस उपायुक्त (उत्तरी) का ऑपरेटर शामिल हैं.