नयी दिल्ली, 29 अगस्त (भाषा) भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) बी. आर. गवई ने शुक्रवार को बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे और पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विपुल मनुभाई पंचोली को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर शपथ दिलाई।
दोनों को 27 अगस्त को उच्चतम न्यायालय में पदोन्नत किया गया था।
न्यायमूर्ति पंचोली न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची के सेवानिवृत्त होने के बाद अक्टूबर 2031 में सीजेआई बनने की कतार में होंगे। निर्धारित वरिष्ठता क्रम के अनुसार वह तीन अक्टूबर, 2031 को प्रधान न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे और 27 मई, 2033 को सेवानिवृत्त होगें।
उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने 25 अगस्त को केंद्र सरकार को न्यायमूर्ति अराधे और न्यायमूर्ति पंचोली को न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत करने की अनुशंसा की थी।
हालांकि, कॉलेजियम की सदस्य और उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश बी वी नागरत्ना ने न्यायमूर्ति पंचोली को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की अनुशंसा पर कड़ी असहमति जताते हुए कहा कि उनकी नियुक्ति न्यायपालिका के लिए ‘प्रतिकूल’ होगी।
भाषा जोहेब मनीषा
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