चंडीगढ़, 22 जनवरी (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता पंजाब बिक्रम सिंह मजीठिया ने प्रवर्तन निदेशालय के छापे में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे के घर से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद होने के बाद मुख्यमंत्री और कांग्रेस पर शनिवार को हमला बोला।
मजीठिया ने मुख्यमंत्री चन्नी पर अपने निर्वाचन क्षेत्र चमकौर साहिब में अवैध रेत खनन में शामिल होने का आरोप लगाते हुये मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की ।
इस बीच, चन्नी ने मजीठिया के आरोपों को ‘‘आधारहीन और ओछा’’ करार दिया और शिअद नेता को ऐसा भी साक्ष्य प्रस्तुत करने की चुनौती दी जो पूरे पंजाब में कहीं भी अवैध रेत खनन में उनकी संलिप्तता को उजागर करता हो ।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हनी के धन शोधन जांच से किसी प्रकार का संबंध होने से इंकार करते हुये चन्नी ने कहा, ‘‘मैंने अपने भतीजे भूपिंदर सिंह हनी के साथ अपने संबंधों से कभी इनकार नहीं किया है और रिश्तेदार होने के नाते वह मेरे कुछ कार्यक्रमों में उपस्थित हो सकता है। अगर मैं अपने बेटे की शादी या किसी अन्य समारोह में अपने रिश्तेदारों के साथ खिंचवाता हूं तो यह कोई अपराध नहीं है।’’
मजीठिया ने चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में वन भूमि सहित अवैध रेत खनन की जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने सरकारी खजाने को लूटा है।
पंजाब के पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘चन्नी ने अपने 111 दिन के कार्यकाल में 1,111 करोड़ रुपये की लूट की है।’’
शिअद के वरिष्ठ नेता ने कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग भी जारी की, जिसमें उन्होंने यह दिखाने की कोशिश की कि मुख्यमंत्री अवैध रेत खनन में अपने रिश्तेदार के भागीदार हैं ।
प्रवर्तन निदेशालय की हालिया छापेमारी के खिलाफ निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुये मजीठिया ने सत्तारूढ़ दल से कहा कि उसे चन्नी के रिश्तेदार के परिसर से करोड़ों रुपये की बरामदगी पर सवाल उठाना चाहिए था ।
मजीठिया ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत करने की जगह कांग्रेस को यह बताना चाहिये कि चन्नी के रिश्तेदार के परिसर से इतने बड़े पैमाने पर नकदी की बरामदगी कैसे हुयी।’’
उन्होंने सवाल उठाया कि चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हनी के बचाव में कांग्रेस पार्टी क्यों आयी, जो कथित रूप से अवैध रेत खनन का रैकेट चला रहा था ।
इस बीच, पंजाब चुनाव के लिये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मीडिया प्रभारी अल्का लाम्बा ने मजीठिया के आरोपों को ‘‘निराधार’’ करार देते हुये खारिज कर दिया ।
मजीठिया ने विभिन्न कथित तस्वीरों के माध्यम से हनी की चन्नी से निकटता दिखाने की कोशिश की, और कहा कि हनी को सुरक्षा भी प्रदान की गई थी।
शिअद नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के पास खनन एवं पर्यावरण विभाग का प्रभार भी है, यह हितों के टकराव का मामला है और ‘‘चन्नी के पास पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।’’
प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को कहा था कि उसने चुनावी राज्य पंजाब में अवैध रेत-खनन से संबंधित धन शोधन की जांच के सिलसिले में छापेमारी के दौरान चन्नी के एक रिश्तेदार के परिसर से मिले लगभग 8 करोड़ रुपये सहित 10 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की है ।
कांग्रेस ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक रिश्तेदार के ठिकाने समेत कुछ जगहों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को राजनीति और बदले की भावना से प्रेरित बताया था। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को निर्वाचन आयोग से शिकायत करके गुजारिश की थी कि वह इस छापेमारी में शामिल प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे।
चन्नी ने एक बयान जारी कर उनके खिलाफ‘‘बदनाम करने वाला और भ्रामक’’ अभियान चलाने के लिये मजीठिया को आड़े हाथों लिया । कांग्रेस नेता ने कहा कि मजीठिया भाजपा सरकार के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं और नशे के मामले में उनके खिलाफ दर्ज मामले का बदला उनसे लेने की कोशिश कर रहे हैं ।
चन्नी ने कहा, ‘‘मैं मजीठिया को याद दिला दूं कि नशे के तस्करों के साथ उनके संबंधों के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने उनकी जांच की थी और नशे के एक कुख्यात तस्कर ने तस्करी को बढावा देने और उसको पनाह देने में उनका नाम लिया था। मजीठिया की तस्वीरें उनके पास थीं, क्या इसका मतलब यह है कि वह उन्हें जानता था और वह उन्हें पनाह दे रहे थे ।’’
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ करार देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाम में फंसने के बाद भाजपा मुझसे बदला लेने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है और विपक्ष अब पंजाब में इस मुद्दे पर राजनीति कर रहा है।
सरपंच इकबाल सिंह और उनके बेटे बिंदर द्वारा मुख्यमंत्री का नाम लेने की ऑडियो रिकॉर्डिंग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चन्नी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति व्यक्तिगत लाभ के लिए उनका नाम ले रहा है तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह उनसे जुड़ा हुआ है।
भाषा रंजन रंजन माधव
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