रायपुर, पांच नवंबर (भाषा) उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने पिछले 25 सालों में छत्तीसगढ़ में हुए बदलाव की तारीफ करते हुए बुधवार को कहा कि इसने सबसे आशाजनक और प्रगतिशील राज्यों में शामिल होने तक की बहुत ही असाधारण यात्रा तय की है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब राज्य नक्सलवाद को सफलतापूर्वक खत्म कर रहा है।
राधाकृष्णन ने नक्सलियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने का भी अनुरोध किया।
नवा रायपुर अटल नगर में छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के पांच दिवसीय समारोह, ‘छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव’ के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राधाकृष्णन ने कहा, ”गर्व है कि अब हम नक्सलवाद को खत्म कर रहे हैं, जिसने लंबे समय से राज्य के विकास में बाधा डाली है। शांति बहुत ज़रूरी है। शांति के बिना कोई विकास नहीं हो सकता।”
उन्होंने माओवादियों से हिंसा छोड़ने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा, ”मैं सभी नक्सलियों से हथियार छोड़ने और प्रशासन के सामने समर्पण करने की अपील करता हूं।”
उपराष्ट्रपति ने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस बलों के अथक प्रयासों, केंद्र और राज्य सरकारों की प्रतिबद्धता और स्थानीय समुदायों के सक्रिय सहयोग से, उन क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बहाल हो गई है जो कभी हिंसा से प्रभावित थे।”
एक नवंबर, 2000 को राज्य के गठन के बाद से इसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए राधाकृष्णन ने कहा, ”छत्तीसगढ़ ने पिछले 25 वर्षों में भारत के सबसे युवा राज्यों में से एक होने से लेकर सबसे आशाजनक और प्रगतिशील राज्यों में से बनने तक की बहुत ही असाधारण यात्रा तय की है। यह सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक रूप से एक उल्लेखनीय यात्रा है।”
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह भी मौजूद थे।
भाषा संजीव नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
