रायपुर: दो दिन पहले तक अनिश्चितता से भरे माहौल के बावजूद 1 मई को छत्तीसगढ़ 18 से 44 वर्ष के लोगों को निःशुल्क टीका लगवाने वाला पहला राज्य बन गया.
राज्य सरकार ने चौथे चरण के टीकाकरण के इस कार्य की शुरुआत करीब 1.5 लाख टीके की पहली खेप रायपुर एयरपोर्ट पहुचने के 3-4 घंटों के भीतर ही कर दिया.
हालांकि, पहले दिन टीके सिर्फ तीन संभाग में ही लगाए जा सके. अन्य दो संभागों में 2 मई यानी आज से होगी शुरुआत. तीन बड़े संभागों में रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर हैं.
गौरतलब है कि वैक्सीन निर्माता दोनों कंपनियों द्वारा टीके की खेप जल्द मुहैया करा पाने में असमर्थता जाहिर किए जाने के कारण दो दिन पहले तक राज्य सरकार स्वयं इस संशय में थी कि क्या वह निर्धारित 1 मई से टीकाकरण के चौथे चरण की शुरुआत कर पाएगी. इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर राज्य को टीके उपलब्ध कराने के लिए हस्तक्षेप की मांग की थी.
टीकाकरण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,‘ इस संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण हथियार है. इससे राज्य में कोरोना को हराने में जरूर सफलता मिलेगी.’
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अत्योदय राशन कार्ड धारकों को दी गई प्राथमिकता
राज्य सरकार द्वारा तय किए गए मापदंडों के अनुसार टीकाकरण के लिए अंत्योदय राशनकार्डधारियों को प्राथमिकता दी गई है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने पहले ही एलान कर दिया था कि राज्य में अंत्योदय राशनकार्ड धारकों (पिंक कार्ड) को प्राथमिकता दी जाएगी. सरकार का मानना है इस वर्ग के लोगों को टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जानकारी और सुविधा कम होने के कारण इन्हें चौथे चरण के टीकाकरण अभियान में प्राथमिकता दी गई है. बता दें कि राज्य में पहले दिन 1693 अंत्योदय कार्ड धारकों को टीका लगाया गया.
अभियान की ऑनलाइन शुरुआत करते हुए इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया ‘अंत्योदय कार्ड धारकों के टिकाकरण के बाद आगे वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर बीपीएल और एपीएल राशनकार्ड धारक 18 से अधिक उम्र वाले सभी वर्ग के लोगों को मुफ्त में कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा.’
मुख्यमंत्री ने बताया, ‘राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण अभियान के लिए कोरोना वैक्सीन की पहली खेप आज (शनिवार) दोपहर को लगभग डेढ़ लाख डोज उपलब्ध हुई. इसे तत्काल सभी जिलों के लिए आबंटित कर भेज दिया गया है और राज्य में राजधानी सहित दुर्ग तथा बिलासपुर जिले में आज यह महाअभियान प्रारंभ किया गया.’
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव ने दिप्रिंट को बताया, ‘टीके की उपलब्धता में संशय के चलते कुछ समय पहले तक अनिश्चितता थी लेकिन जब टीके की पहली खेप मिलना सुनिश्चित हो गया उसके बाद 30 अप्रैल को सरकार ने अभियान लॉन्च करने का निर्णय लिया.’
उन्होंने बताया, ‘इसी कड़ी में शानिवर को रायपुर एयरपोर्ट में पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित जिलों के टीका केंद्रों में कुछ ही घंटों के अंदर वैक्सीन पहुंचाई गई. इस महाअभियान की शुरुआत राज्य में करीब दोपहर दो बजे हुई.’
सिंह देव के अनुसार राज्य में 18-44 वर्ष आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए राज्य के सभी ब्लॉकों में टीके भिजवाए गए हैं. जहां अभियान की शुरुआत 1 मई को नही हो पाई है वहां 2 मई से हो जाएगी.
रायपुर में हंगामा, सिर्फ 8 लोगों को लगा टीका
हालांकि, राज्य सरकार ने 1 मई को टिकाकरण अंत्योदय कार्डधारकों के लिए तय कर दिया था लेकिन कुछ टीका केंद्रों में दूसरे वर्गों के लोगों को टीके के लिए जद्दो जहद करते देखा गया.
राज्य के सबसे बड़े वैक्सीनशन सेंटर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में करीब 100 से ज्यादा सामान्य वर्गों(एपीएल कार्डधारक) के लोग टीका लगवाने पहले ही पहुंच गए थे.
अधिकारियों द्वार इन लोगों को जब वापस भेजने का प्रयास किया गया तो उन्होंने इसका विरोध किया जिससे कई बार हंगामा खड़ा हो गया.
इन लोगों का कहना था कि जब वोट लेना होता है तब नेता अमीर-गरीब की बात नहीं करते और टीकाकरण में सरकार ‘भेदभाव’ कर रही है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अव्यवस्थाओं के बीच शाम के 3 बजे शुरू हुए अभियान में रायपुर जिले में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग में पहले दिन 105 लोगों को टीका लगाया गया. वहीं बिलासपुर और दुर्ग जिलों के नंबर्स अभी प्राप्त नही हुए थे.
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