मुंबई, 22 मार्च (भाषा) भाजपा के एक विधायक ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार से मांग की कि राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में भगवद् गीता के एक अध्याय को शामिल किया जाए। साथ ही विधायक ने दावा किया कि भगवद् गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि ”जीवन का सार” भी है।
भाजपा विधायक मंगल प्रभात लोढा ने विधानसभा में यह मांग उठायी।
लोढा ने कहा, ” विद्यालय शिक्षा मंत्री ने कल पुस्तकों में बदलाव के बारे में बात की थी। श्रीमद् भगवद् गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि ये जीवन का सार भी है। इसे देशभर की स्कूली शिक्षा में शामिल किया जा रहा है। क्या सरकार इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करेगी? मैं मांग करता हूं कि सरकार महाराष्ट्र की शिक्षा प्रणाली में भगवद् गीता का एक अध्याय शामिल करे।”
गौरतलब है कि भाजपा शासित गुजरात ने बृहस्पतिवार को अकादमिक वर्ष 2022-23 में कक्षा छठी से 12वीं तक की कक्षाओं के पाठ्यक्रम में भगवद् गीता को शामिल करने की घोषणा की थी।
भाषा शफीक पवनेश
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