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Sunday, 17 August, 2025
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धनखड़ के अचानक इस्तीफे के कारणों का खुलासा करे केंद्र सरकार: सचिन पायलट

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जयपुर, 24 जुलाई (भाषा) कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफे दिए जाने पर बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्र सरकार को इस घटनाक्रम के कारणों का खुलासा करना चाहिए।

पायलट ने टोंक में एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, “इस तरह से अचानक इस्तीफा दिये जाने से इस बात की पुष्टि होती है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार को न तो संविधान की, न संवैधानिक संस्थाओं की और न ही संवैधानिक पदों की कोई परवाह है।”

उन्होंने कहा, “आज नहीं तो कल इसका खुलासा जरूर होगा। मैं इस बात को मानने से इनकार करता हूं कि मात्र स्वास्थ्य कारण से (जगदीप) धनखड़ साबब ने इस्तीफा दिया होगा। जरूर कुछ न कुछ दबाव होगा, कुछ न कुछ कहा सुना गया होगा।”

पायलट ने कहा, “जल्दबाजी में पर्दे के पीछे चुपचाप तरीके से इस्तीफे लिए जा रहे है, लोगों को हटाया जा रहा है… इन कारणों का खुलासा सरकार को करना चाहिए। मुझे लगता है कि आज नहीं कल पूरी बात सामने आएगी और कारण पता चलेंगे।”

जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था।

पायलट ने कहा, “उनका (धनखड़) का व्यक्तिगत निर्णय है लेकिन कुछ मसला जरूर है। क्योंकि उपराष्ट्रपति देश में राष्ट्रपति के बाद नंबर दो का संवैधानिक पद है। भाजपा व केंद्र सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का और संवैधानिक पदों का कभी मान सम्मान किया नहीं है।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “बिना वजह कुछ नहीं होता है। निश्चित रूप से कुछ न कुछ घटनाक्रम पर्दे के पीछे हुआ है। सरकार को खुलासा करना चाहिए ऐसी क्या विशेष परिस्थितियां थीं जहां पर किसान पृष्ठभूमि वाले एक व्यक्ति को अचानक अपना पद छोड़ना पड़ा।?”

पायलट ने कहा, “जो लोग युवाओं की बात करते हैं, उन्हें उनके लिए काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री के पास इसके लिए समय नहीं है क्योंकि वह विदेश यात्राओं में बहुत व्यस्त हैं।”

उन्होंने राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है और कोई शासन-प्रशासन नजर नहीं आ रहा है।

पायलट ने आरोप लगाया, “असली मुद्दा यह है कि सरकार का कानून-व्यवस्था पर कोई नियंत्रण रहा नहीं है। रोजगार और विकास के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।”

भाषा पृथ्वी जितेंद्र

जितेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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