हुबली (कर्नाटक), चार मई (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने रविवार को केंद्र सरकार पर महादयी नदी परियोजना के लिए पर्यावरण संबंधी मंजूरी रोकने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना उत्तर कर्नाटक क्षेत्र खासकर हुबली और धारवाड़ में जल संकट को हल करने के लिहाज से अहम है।
सिद्धरमैया ने यहां संवाददाताओं के साथ बातचीत में केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी (जो धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं) पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि भाजपा नेता परियोजना को पूरा करने के लिए कोई भी कदम उठाने में विफल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘वह केंद्र में एक महत्वपूर्ण मंत्री हैं। उन्हें हमें पर्यावरण संबंधी मंजूरी दिलवानी चाहिए। हमने केंद्र से कितनी बार गुहार लगाई है। हमने केंद्र को पत्र लिखा है, उनसे अपील की है और मैं तथा उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार कई बार नयी दिल्ली गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बुलाना समाधान का एक छोटा सा हिस्सा है और महादयी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को पर्यावरण संबंधी मंजूरी देनी चाहिए।
सिद्धरमैया ने आरोप लगाया, ‘‘पर्यावरण संबंधी मंजूरी ही एकमात्र बाधा है। गोवा से डरकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमें यह (पर्यावरण मंजूरी) नहीं दे रहे हैं। प्रह्लाद जोशी वहां बात नहीं करते।’’
महादयी नदी की सहायक नदियों कलसा और बंडुरी पर कर्नाटक द्वारा बांध बनाकर महादयी नदी का पानी मोड़े जाने को लेकर गोवा और कर्नाटक के बीच विवाद है।
भाषा संतोष नेत्रपाल
नेत्रपाल
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