कोलकाता/सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल दौरे पर आईं केन्द्र की अंतर मंत्रालयी टीमों ने लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लेने के लिये रविवार को कोलकाता और सिलीगुड़ी के कई इलाकों का दौरा किया.
कोलकाता में ठहरी रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी अपूर्व चंद्र के नेतृत्व वाली टीम ने शहर के दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में गार्डन रीच, इकबालपुर, खादरपुर, मोमिनपुर और कालीघाट इलाकों का दौरा किया. कोलकाता पुलिस के अधिकारी भी उनके साथ थे.
इस दौरान उन्होंने प्रेस सहित किसी से बात नहीं की. टीम ने लॉकडाउन का पालन हो रहा है या नहीं, यह देखने के लिये हावड़ा के सल्किया और गोलबाड़ी जैसे इलाकों का भी दौरा किया.
सिलीगुड़ी में वरिष्ठ अधिकारी विनीत जोशी के नेतृत्व वाली टीम ने बिधान बाजार और उससे लगे इलाकों का दौरा कर दुकानदारों और स्थानीय लोगों से बातचीत की. टीम ने मास्क लगाने और सैनिटाइजर के इस्तेमाल के बारे में पूछा.
बाद में जोशी ने पत्रकारों से कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि लोग लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे है. उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिये.’
जोशी की टीम के सदस्यों ने कहा कि अपने दौरे के दौरान उन्होंने राज्य सरकार के किसी प्रतिनिधि को नहीं देखा.
लॉकडाउन के उल्लंघन पर खड़ा किया था सवाल
बता दें कि गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर कई बार सवाल खड़ा किया है जिसको ममता बनर्जी की सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया और मोदी सरकार पर बदनाम करने का आरोप लगाया.
भाजपा ने पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर राज्य में कोरोनावायरस संकट को गंभीरता से नहीं लेने और आंकड़ों में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नियमित रूप से लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर रही हैं.
भाजपा द्वारा इस दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आयोजित मीडिया संवाद में केंद्रीय मंत्री देबश्री चौधरी सहित पश्चिम बंगाल से पार्टी सांसदों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि राज्य में उन्हें घरों में रहने पर मजबूर किया जा रहा है जबकि तृणमूल कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को घूमने की अनुमति मिली हुई है.