नयी दिल्ली, 15 मार्च (भाषा) केंद्र सरकार ने राज्यों से निर्धारित केंद्रों पर समर्पित कोविड-19 टीकाकरण सत्र आयोजित करने और टीका लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण देने को कहा है, ताकि 12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण के दौरान टीकों के मिश्रण से बचा जा सके।
भारत में बुधवार को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के मौके पर 12 से 14 साल के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण शुरू हो जाएगा। इस आयु वर्ग के लाभार्थियों को केवल हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल-ई द्वारा विकसित कोर्बेवैक्स टीका लगाया जाएगा।
लाभार्थी बुधवार सुबह नौ बजे से शुरू हो रहे ऑनलाइन पंजीकरण के अलावा सीधे टीकाकरण केंद्र पर जाकर भी वैक्सीन लगवा सकेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों से हुई बातचीत में कहा, “12 से 14 साल के बच्चों के टीकाकरण के दौरान टीकों का मिश्रण न हो, यह सुनिश्चत करने के लिए टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम को प्रशिक्षण देने की जरूरत है।”
भूषण ने कहा, “टीकों का मिश्रण रोकने के लिए राज्यों को निर्धारित कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों पर समर्पित टीकाकरण सत्र आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।”
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, राज्यों से उपलब्ध कोविड-19 टीकों का उनके इस्तेमाल की तिथि के हिसाब से विवेकपूर्ण प्रयोग सुनिश्चित करने को भी कहा गया है।
पू्र्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य टीके की उन शीशियों को बदल सकते हैं, जिनके इस्तेमाल की अवधि जल्द खत्म होने वाली है।
भाषा पारुल उमा
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