लखनऊ, सात मई (भाषा) भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बुधवार की तड़के नौ आतंकवादी शिविरों पर किए गए हमलों ने पूरे उत्तर प्रदेश में जश्न और देशभक्ति की लहर पैदा कर दी।
यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद हुआ था, जिसमें कानपुर के एक व्यक्ति सहित 26 लोग मारे गए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सशस्त्र बलों की त्वरित जवाबी कार्रवाई की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “दृढ़ संकल्प के साथ नेतृत्व” करने के लिए बधाई दी।
लखनऊ में एक मॉक ड्रिल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने हमलों को हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा, “यह एक नया भारत है जो हर दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देता है।”
हमलों को पीड़ितों के प्रति एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जिन लोगों ने भारत की बेटियों के ‘सिंदूर’ को छूने की हिम्मत की, उन्होंने कल रात के हमले में अपने खून के रिश्तों को खो दिए।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी भारत की कार्रवाई की सराहना की।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भारतीय सेवा के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा, ‘पराक्रमो विजयते’ (बहादुर विजयी होते हैं)।
बसपा प्रमुख मायावती ने भी ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में कहा, ‘पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की भारतीय सेना की ’आपरेशन सिंदूर’ कार्रवाई गौरवमय व सराहनीय।’
मथुरा से लेकर मेरठ और गोरखपुर से लेकर बागपत तक, राज्य भर के शहरों और कस्बों में धार्मिक और राजनीतिक विचारधारा के लोगों ने सामूहिक जश्न मनाया।
वृंदावन में व्यापारियों ने भारतीय सेना और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा में नारे लगाते हुए बाजारों में मिठाइयाँ बांटी और आतिशबाजी की।
वृंदावन व्यापारी संघ के अध्यक्ष आलोक बंसल ने कहा, ‘हमें गर्व है कि हमारे सशस्त्र बलों ने दुश्मन के इलाके में घुसकर करारा जवाब दिया।’
सहारनपुर में कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने भी भारतीय सेना की कार्रवाई की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने साहस के साथ जवाब दिया, जबकि आतंकवादियों ने कायरों की तरह हमला किया।’
उन्होंने कहा कि जब तक आतंकवाद को पूरी तरह से जड़ से उखाड़ नहीं दिया जाता, तब तक लड़ाई जारी रहनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर ने 25 मिनट में शिविरों को नष्ट कर दिया। यह वह जवाब है जिसका हर भारतीय को इंतजार था।’
उत्तर प्रदेश के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं ने हमलों का स्वागत किया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य और इस्लामिक सेंटर आफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया जाना एक स्वागत योग्य कार्रवाई है।
उन्होंने कहा कि पिछली 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 बेकुसूर लोगों की हत्या किए जाने के बाद पूरा देश दहशतगर्दों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई का इंतजार कर रहा था। इससे पहलगाम हमले के पीड़ित लोगों को भी जरूर कुछ सुकून मिला होगा।
मौलाना रशीद ने कहा कि आतंकवादियों के ठिकानों पर कार्रवाई बहुत जरूरी थी और भारत द्वारा उठाए गए इस कदम से आतंकवादियों के हौसले जरूर पस्त होंगे।
उन्होंने बताया कि आज इस्लामिक सेंटर आफ इंडिया में बच्चों ने हाथों में तिरंगे लेकर भारतीय फौज की कामयाबी का जश्न मनाया।
शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मौलाना यासूब अब्बास ने सशस्त्र बलों को सलाम किया और पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बधाई दी।
उन्होंने कहा, ‘देश ने करीब से देखा और हमें इस निर्णायक कार्रवाई पर गर्व है।’
बरेली से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी ने भारतीय सेना द्वारा आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि इससे पूरी दुनिया में संदेश गया है कि भारत अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
उन्होंने कहा कि भारत की इस कार्रवाई से हर हिंदुस्तानी गर्व महसूस कर रहा है।
रजवी ने कहा कि अगर भारत इसी तरह आतंक की जड़ों पर प्रहार करता रहा तो एक दिन आतंकवाद पूरी तरह मिट जाएगा और भारत का परचम पूरी दुनिया में शान से लहराएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सिर्फ गीदड़भभकी देता है लेकिन सच्चाई यह है कि अब उसमें भारत से टकराने की हिम्मत नहीं बची है।
मुजफ्फरनगर में इमाम संगठन के अध्यक्ष मुफ्ती जुल्फिकार अली ने कहा कि सैन्य कार्रवाई ने हर भारतीय की न्याय की मांग को पूरा किया है।
बाराबंकी में ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के सदस्यों ने जश्न मनाया, जिन्होंने मिठाइयां बांटी और सशस्त्र बलों की सराहना की। गोरखपुर में भी इसी तरह की भावनाएं दिखाई दीं, जहां हिंदू और मुस्लिम दोनों ने मिलकर जश्न मनाया।
एटा में, हिंदू और मुस्लिम समुदायों ने एक साथ मिलकर एकता का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया। लिमरा इंटरनेशनल स्कूल में, बच्चों ने स्कूल प्रबंधक मोहम्मद उमर के नेतृत्व में तिरंगा लहराया और मिठाइयां बांटीं। जिला कलेक्ट्रेट में, वकीलों ने सेना के साहस का सम्मान करते हुए मिठाइयां बांटी और कविताएं सुनाईं। बागपत के बड़ौत में एक सभा में, दिल्ली-सहारनपुर राजमार्ग पर देशभक्ति के नारे गूंजे, जहां स्थानीय लोगों ने सरकार की कार्रवाई की प्रशंसा की। गुरुकुल और मंदिरों में भी देशभक्ति के गीत गाए गए और ध्वजारोहण किया गया।
गोरखपुर में आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठा और शास्त्री चौक पर तिरंगे लहराने लगे। गुरुकृपा संस्थान सहित स्थानीय समूहों द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया और इसे राष्ट्र की एकता और साहस के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि बताया गया।
मुफ्ती मेराज अहमद कादरी और मौलाना महमूद रजा कादरी सहित गोरखपुर की विभिन्न मस्जिदों के नेताओं ने सेना की कार्रवाई का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया और उनकी निरंतर सफलता के लिए प्रार्थना की।
पार्टी लाइन से हटकर नेताओं ने सैन्य हमलों की सराहना की। मेरठ-हापुड़ से भाजपा सांसद अरुण गोविल ने हमलों को ‘निर्णायक प्रतिक्रिया की शुरुआत’ बताया।
उन्होंने कहा, ‘पहलगाम में कायरतापूर्ण हमले का कड़ा जवाब दिया जाना चाहिए था – और भारत ने जवाब दिया है।’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता यशपाल सिंह ने भी इसी तरह की भावनाओं को दोहराया और कहा कि आतंकवाद का सफाया करना समय की मांग है।
कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन अंबेडकर ने इस ऑपरेशन को ‘सैन्य अनुशासन और बहादुरी का प्रतीक’ बताया।
व्यापारियों, स्कूली बच्चों और ई-रिक्शा यूनियनों सहित सार्वजनिक और निजी समूहों ने हापुड़ और मेरठ में सामूहिक जश्न में भाग लिया, जिसमें कई मुसलमान भी शामिल हुए ।
भाषा जफर सलीम सं रंजन
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