नयी दिल्ली, 21 मार्च (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को कहा कि एक करोड़ रुपये के रिश्वत मामले में एक वरिष्ठ जीएसटी अधिकारी की गिरफ्तारी को उसकी ‘‘चिकित्सा स्थिति’’ के कारण टाल दिया गया है।
एजेंसी ने रविवार को गाजियाबाद में जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी मोहित धनखड़ को एक व्यवसायी से एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार करने की घोषणा की थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया कि उसने व्यवसायी के खिलाफ चल रहे एक मामले में पक्ष लेने के लिए धनखड़ द्वारा मांगी गई रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 60 लाख रुपये प्राप्त करने के लिए एक व्यक्ति राकेश शर्मा को भी गिरफ्तार किया था।
सीबीआई प्रवक्ता ने रविवार को कहा था, ‘‘लोक सेवक भी पकड़ा गया था।’’
सीबीआई ने सोमवार शाम को एक विरोधाभासी बयान दिया कि धनखड़ की गिरफ्तारी ‘‘उनकी चिकित्सा स्थिति के कारण टाल दी गई है और इस बारे में उनकी चिकित्सा स्थिति के आधार पर विचार किया जाएगा।’’
सूत्रों ने दावा किया कि धनखड़ के रोहिणी स्थित आवास पर जब गिरफ्तारी की कार्रवाई चल रही थी तो वह अपने घर से बाहर कूद गये थे और घायल हो गये थे। उन्होंने बताया कि उन्हें इलाके के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है।
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देवेंद्र नरेश
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