नयी दिल्ली, 11 जून (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि सरकारी अधिकारी और तकनीकी सहायता करने वाले कर्मचारी के रूप में खुद को पेश करके अमेरिका और कनाडा में भोलेभाले लोगों को निशाना बनाने वाले साइबर अपराधियों के गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के तहत उसने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि मंगलवार को तीन स्थानों पर की गई तलाशी के दौरान आरोपी राहुल अरोड़ा को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 2.8 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी और 22 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है।
यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के खिलाफ चल रहे सीबीआई के अभियान ‘चक्र-पांच’ का हिस्सा थी।
प्रवक्ता ने कहा कि सीबीआई ने इस मामले में मामला दर्ज किया था, क्योंकि उसे इस गिरोह के बारे में सूचना मिली थी।
सीबीआई को मिली जानकारी के अनुसार, सरकारी अधिकारियों और प्रतिष्ठित तकनीकी सहायता कंपनियों के प्रतिनिधियों के रूप में खुद को पेश करके जालसाज अमेरिका और कनाडा के भोलेभाले व्यक्तियों को निशाना बना रहे थे।
सीबीआई ने गिरोह के सदस्यों की गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करके इस सूचना पर काम किया, जिसके बाद उनके कई परिसर की तलाशी ली गई।
एजेंसी ने बताया कि तलाशी के दौरान गिरोह के संचालन के बारे में अहम साक्ष्य जब्त किए गए, जिनमें कॉलर पहचान छिपाकर अंतररराष्ट्रीय कॉल करने के उपकरण, सामाजिक इंजीनियरिंग रणनीति पर आधारित लीड-जनरेशन तंत्र, वॉयस रिकॉर्डिंग और साइबर अपराध जगत से जुड़ी अन्य चीजें शामिल हैं।
भाषा संतोष सुरेश
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