कोलकाता, 22 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने बीरभूम जिले के रामपुरहाट स्थित एक घर में कथित तौर पर आग लगाए जाने के बाद आठ शव बरामद होने के मामले में मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विधानसभा में बयान देने की मांग की और फिर सदन से बहिर्गमन भी किया।
भाजपा विधायक शंकर घोष ने इस मुद्दे को शून्यकाल में उठाने की मांग की लेकिन विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने यह कहते हुए अनुमति नहीं दी कि इसे प्रश्नों में सूचीबद्ध नहीं किया गया है।
”वंदे मातरम” और ”धिक्कार, धिक्कार” के नारों के साथ ही घोष और 40 अन्य भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।
बाद में घोष ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि पिछले साल विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद राज्य में राजनीतिक हत्याएं की जा रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि यहां तक कि सत्तारूढ़ दल के जनप्रतिनिधियों की भी हत्या की जा रही है और कानून-व्यवस्था विभाग का प्रभार संभाल रहीं मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं।
भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा ने कहा कि पार्टी इस बात का फैसला करेगी कि मंगलवार को सत्र की बाकी कार्यवाही के दौरान उपस्थित रहना है या नहीं।
वहीं, पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बोगतुई गांव के एक घर से सात जले हुए शव बरामद हुए हैं जबकि एक अन्य घायल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि मंत्री फिरहाद हाकिम के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीएमसी प्रतिनिधिमंडल रामपुरहाट के लिए रवाना हुआ है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रामपुरहाट में मंगलवार को आग से नष्ट हुए कुछ मकानों से सात लोगों के जले हुए शव बरामद किए गए। यह घटना सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के पंचायत स्तर के एक नेता की कथित हत्या के बाद हुई।
भाषा
शफीक मनीषा
मनीषा
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