वाराणसी (उप्र), सात अगस्त (भाषा) वाराणसी के लालपुर पाण्डेयपुर थाने में अनधिकृत रूप से ‘पीडीए पाठशाला’ संचालित करने के आरोप में समाजवादी पार्टी (सपा) के सहयोगी संगठन समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी अखिलेश कुमार की तहरीर पर समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष राहुल सोनकर और महानगर अध्यक्ष आयुष यादव के खिलाफ बुधवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी तहरीर में कहा है कि समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष राहुल सोनकर और महानगर अध्यक्ष आयुष यादव ने गत चार अगस्त को हुकुलगंज मुहल्ले में ‘पीडीए पाठशाला’ का आयोजन किया था और ऐसा करके दोनों ने बच्चों का राजनीतिक दुरुपयोग किया है। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग की छवि धूमिल की।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 50 से कम छात्र-छात्राओं वाले 10 हजार से ज्यादा प्राथमिक और उच्चतर प्राथमिक स्कूलों का पास के ही स्कूलों में विलय करने की कवायद शुरू की है। सपा ने इसका विरोध करते हुए प्रदेश के उन गांवों में ‘पीडीए पाठशालाएं’ खोलकर बच्चों को पढ़ाने का अभियान शुरू किया है जहां राज्य सरकार की विलय की नीति की वजह से स्कूल बंद हुए हैं।
हालांकि राज्य सरकार ने ‘पीडीए पाठशालाओं’ के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू की है। मऊ जिले में अनधिकृत रूप से ‘पीडीए पाठशाला’ में बच्चों को पढ़ाने और सहारनपुर में बच्चों को ऐसी ही पाठशाला में राजनीतिक ककहरा सिखाने के आरोप में मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।
सपा पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में ‘पीडीए’ (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) के नारे के साथ मैदान में उतरी थी। उसे उत्तर प्रदेश में 37 लोकसभा सीटों पर सफलता मिली थी। वह आगामी विधानसभा चुनाव में भी इसी फार्मूले को लागू करने जा रही है।
भाषा सं. सलीम नोमान
नोमान
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