भुवनेश्वर, 21 मार्च (भाषा) ओडिशा के क्योंझर जिले में एक सरकारी अधिकारी बनकर एक कारोबारी से दो करोड़ रुपये ठगने के आरोप में एक संदिग्ध जालसाज को गिरफ्तार किया गया है।
ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बताया कि हिमांशु भंडारी उस गिरोह का सदस्य है जो धोखाधड़ी, जाली दस्तावेज बनाने से लेकर, खुद को वरिष्ठ सरकारी तथा आरबीआई अधिकारी बता कर अपराध को अंजाम देने के कई मामलों में शामिल है।
एक विज्ञप्ति में रविवार को बताया गया कि गत सप्ताह उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार भंडारी ने खुद को वित्त मंत्रालय का एक अधिकारी बता कर अक्टूबर 2019 में प्रमोद राउत से संपर्क किया था।
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अनुसार, जोडा शहर के निवासी को बताया गया कि उनकी बीमा पॉलिसी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष के तहत चुना किया गया है और केंद्र सरकार उनके खाते में तीन करोड़ रुपये जारी करेगी। इसके बाद राउत को कथित बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण से व्हाट्सएप पर फर्जी पत्र मिला जिसमें उन्हें कुछ बकाया चुकाने के निर्देश दिए गए। उन्हें अलग-अलग नंबरों से फोन आते रहे और फोन करने वालों ने उन्हें आगाह किया कि अगर उन्होंने बकाये का भुगतान नहीं किया तो उनके खाते कुर्क कर दिए जाएंगे।
उन्होंने कई बैंक खातों में ‘आरटीजीएस’ (रियल टाइम ग्रॉस सैटलमेंट) के माध्यम से पैसे भेजने के लिए राउत को मना लिया। राउत ने नवंबर 2019 से फरवरी 2021 के बीच किश्तों में करीब 2.35 करोड़ रुपये भेजे थे।
ईओडब्ल्यू ने बताया कि जब राउत के पास कोई पैसा नहीं आया था तो उन्होंने फोन करने वाले लोगों से संपर्क करना शुरू किया लेकिन मोबाइल नंबर बंद मिले।
भंडारी को गत सप्ताह उत्तर प्रदेश के नोएडा से गिरफ्तार किया गया और ट्रांजिट रिमांड पर ओडिशा लाया गया। गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान और उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
भाषा गोला मनीषा
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