नई दिल्ली: बुलंदशहर में बीते सोमवार को गोकशी के शक में भीड़ की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के मामले में नया मोड़ आया है. मीडिया में प्रकाशित कई खबरों में कहा गया है कि सुबोध कुमार सिंह की हत्या कथित तौर पर सेना के एक जवान ने की है. उसका नाम जीतू फौजी है.
सुबोध कुमार की हत्या मामले में बुलंदशहर पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें नामजद आरोपियों में 11वां नाम जीतू उर्फ फौजी लिखा हुआ है. हालांकि, मुख्य आरोपी बजरंग दल के ज़िला संयोजक योगेश राज को बनाया गया था, लेकिन वह अब तक गिरफ्तार भी नहीं हुआ है.
हिंदी अखबार अमर उजाला ने ‘बुलंदशहर हिंसा एक्सक्लूसिव : फौजी ने मारी थी इंस्पेक्टर को गोली, आज हो सकती है गिरफ्तारी’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की है. इसमें लिखा गया है कि हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को एक सेना के जवान ने गोली मारी थी. वह छुट्टी पर अपने गांव आया हुआ था. अखबार के मुताबिक, घटना के बाद फौजी जम्मू भाग गया. पुलिस को एक वीडियो मिला है जिसमें जीतू उर्फ फौजी गोली चलाते हुए दिख रहा है.
यह भी पढ़ें: खुद को ‘हिंदुत्व का बादशाह’ मानता है बुलंदशहर हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज
बुलंदशहर पुलिस के अधिकारियों ने जम्मू में फौजी की यूनिट के अधिकारियों से बात की और फौजी की गिरफ्तारी के लिए बुलंदशहर से पुलिस की टीम जम्मू के लिए रवाना हो गई है.
एनडीटीवी ने सूत्रों हवाले से खबर दी है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या एक आर्मी जवान ने की है, जिसका नाम जीतू फौजी है. ऐसा शक जताया जा रहा है कि छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर से घर आए जीतू फौजी की गोली से ही इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हुई है. हालांकि, पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है कि जीतू ने ही इंस्पेक्टर की हत्या की है, मगर पुलिस को पहला शक उसी पर है. वह उस दिन घटनास्थल पर कई बार देखा गया.
पुलिस के हवाले से खबर में कहा गया है कि स्थानीय लोग, आरोपियों और मौके पर मौजूद रहे लोगों से पूछताछ पर जीतू उर्फ फौजी का नाम सामने आया है. उसे पकड़ने के लिए दो टीमें निकल चुकी हैं. हालांकि, यह पुलिस की शुरुआती लीड है. अभी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है कि सुबोध कुमार की हत्या जीतू फौजी ने ही की है.
पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए 200 से अधिक वीडियो इकट्ठा किए, जिन्हें गौर से देखने पर भी जीतू पर शक गहरा हुआ है.
यह भी पढ़ें: अखलाक मामले में जांच अधिकारी रह चुके इंस्पेक्टर की भीड़ की हिंसा में मौत
‘फौजी ने मारी थी सुबोध कुमार सिंह को गोली, वारदात के बाद भागा जम्मू’ शीर्षक से फर्स्टपोस्ट ने भी खबर दी है. इसमें सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ‘गोकशी के शक में भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या को एक फौजी ने अंजाम दिया था. छुट्टी पर आए फौजी ने ही अवैध कट्टे से इंस्पेक्टर सुबोध को गोली मारी थी. वारदात के बाद फौजी जम्मू भाग गया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है.’
बीते सोमवार को बुलंदशहर के स्याना गांव में एक खेत में कुछ गोवंशीय पशुओं के अवशेष मिले थे, जिसमें बाद इलाके में भीड़ ने उपद्रव शुरू कर दिया था. भीड़ को नियंत्रित करने के प्रयास में भीड़ और पुलिस में हुई हिंसक झड़प के बीच किसी ने थाना प्रभारी सुबोध कुमार सिंह को गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई.
पुलिस ने इस संबंध में 27 लोगों को नामजद किया है और 50 से 60 अज्ञात लोगों के नाम एफआईआर दर्ज किया है. एफआईआर में बजरंग दल के ज़िला संयोजक योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है.