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Monday, 17 June, 2024
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श्वास व्यायाम से फेफड़ों की क्षमता और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि की जा सकती है : विशेषज्ञ

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नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) डॉक्टरों और फिटनेस विशेषज्ञों के मुताबिक श्वास संबंधी व्यायाम और कुछ तकनीकों की मदद से फेफड़ों की क्षमता और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि की जा सकती है और ये व्यायाम के कुछ अहम लाभ हैं।

फेफड़ों की क्षमता का अभिप्राय है कि वे कितनी हवा रख सकते हैं। विशेषज्ञों ने रेखांकित किया कि बेहतर श्वसन से श्वास सबंधी स्वास्थ्य मजबूत होता है और अंतत शरीर स्वस्थ होता है।

मुरादाबाद स्थित उजाला साइनस ब्राइटस्टार अस्पताल में श्वासरोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक शर्मा ने बताया कि सांस लेने की तकनीक और स्पीरोमेटरी या गहरी सांस लेने जैसे व्यायाम से रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि इस व्यायाम में डायफ्राम और छाती की पूरी क्षमता का इस्तेमाल होता है और सांस लेने और छोड़ने का चक्र 1:2 के अनुपात में होता है।

शर्मा ने कहा, ‘‘सबसे अहम है कि यह हृदय की चयापचयी दर और ऑक्सीजन बचत प्रणाली को मद्धिम करने में मदद करती है।’’

उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया ने इस बात को समझा कि वायरस की वजह से फेफड़ों की क्षमता प्रभावित होने के बाद सांस लेने में समस्या कितनी पीड़ादायक हो सकती है।

विशेषज्ञों ने बताया कि स्मार्ट श्वास प्रशिक्षण उपकरण की संभावना भी कम समय में फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने के लिए तलाशी जा रही है।

ऐसे उपकरणों के संदर्भ में एक्सप्लोर लाइफस्टाइल के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पंकज बलवानी बताते हैं, ‘‘आज आधुनिक तकनीक श्वास प्रणाली को सुधारने में मदद कर रही है और ये लोगों को अपने व्यस्त समय में कुछ समय निकाल कर स्वस्थ्य रहने के लिए व्यायाम करने को प्रेरित कर सकते हैं। हम एयरोफिट एक्टिव ’ के साथ आए हैं। इस उपकरण का दिन में चार मिनट इस्तेमाल करने पर असर, सप्ताह में दो बार पूरी क्षमता से 53 मिनट वीओ2 व्यायाम के बराबर होता है। ’’

भाषा धीरज नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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