नई दिल्ली: ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियस बोलसोनारो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 24-27 जनवरी 2020 तक भारत के राजकीय दौरे पर आ रहे हैं जहां वह भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर परेड में मुख्य अतिथि होंगे.
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘राष्ट्रपति बोलसोनारो की यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह हमारे सामरिक संबंधों को नई ऊर्जा प्रदान करने और केंद्रित रूप में आगे बढ़ने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगी.’
उन्होंने कहा, ‘इस यात्रा से भारत-ब्राजील के बीच बहुआयामी संबंधों के और विस्तार पाने तथा मजबूत होने की उम्मीद है.’
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) ने बताया कि राष्ट्रपति बोलसोनारो 24-27 जनवरी तक भारत की यात्रा पर रहेंगे और इस दौरान वे 26 जनवरी 2020 को भारत के 71वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में मुख्य अतिथि होंगे.
ब्राजील के राष्ट्रपति के साथ आठ मंत्री, चार सांसद, ब्राजील की संसद में ब्राजील-भारत मैत्री समूह के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी और एक बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी दौरे पर आएगा.
गौरतलब है कि इससे पहले ब्राजील के किसी राष्ट्रपति की पिछली भारत यात्रा अक्टूबर 2016 में राष्ट्रपति मिशेल टेमर द्वारा गोवा में आठवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में नवंबर 2019 में ग्यारहवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्रासीलिया गए थे.
विजय ठाकुर सिंह ने बताया कि यह भारत में राष्ट्रपति बोलसोनारो का पहला राजकीय दौरा है. इससे पहले 1996 और 2004 में हमारे गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि रह चुके हैं.
25 जनवरी को राष्ट्रपति बोलसोनारो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे जो उनके सम्मान में एक भोज की मेजबानी करेंगे और प्रधानमंत्री के साथ वार्ता करेंगे. उपराष्ट्रपति और विदेश मंत्री, राष्ट्रपति बोलसोनारो से मुलाकात करेंगे. 27 जनवरी को राष्ट्रपति बोलसोनारो भारत-ब्राजील व्यापार मंच में भारतीय और ब्राजील के कारोबारियों को संबोधित करेंगे.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत और ब्राजील एक घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध साझा करते हैं. हमारे द्विपक्षीय संबंध दोनों देशों के सामान्य वैश्विक दृष्टिकोण, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने हेतु प्रतिबद्धता पर आधारित हैं.
भारत-ब्राजील संबंधों में एक नए चरण की शुरुआत करते हुए, 2006 में द्विपक्षीय संबंधों को सामरिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था. न केवल द्विपक्षीय स्तर पर, बल्कि ब्रिक्स, आईबीएसए, जी-20 जैसे बहुपक्षीय मंचों और विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र में बहुपक्षीय निकायों में भी दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध हैं.
मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारत और ब्राजील के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2018-19 में 8.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा था. इसमें ब्राजील के लिए भारतीय निर्यात के रूप में 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर और भारत द्वारा आयात के रूप में 4.4 मिलियन डालर शामिल थे.
ब्राजील में प्रमुख भारतीय निर्यात में कृषि-रसायन, सिंथेटिक यार्न, ऑटो के पुर्जे, फार्मास्युटिकल्स और पेट्रोलियम उत्पाद शामिल हैं. ब्राजील से भारत में आयात में कच्चा तेल, सोना, वनस्पति तेल, चीनी और थोक खनिज व अयस्कों शामिल हैं.
2018 में ब्राजील में भारत का निवेश लगभग 6 बिलियन अमेरिकी डॉलर और भारत में ब्राजील के निवेश का अनुमान 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर है. भारत में ब्राजील का निवेश मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल, आईटी, खनन, ऊर्जा और जैव ईंधन क्षेत्रों में हैं. भारत ने ब्राजील के आईटी, फार्मास्युटिकल, ऊर्जा, कृषि-व्यवसाय, खनन और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में निवेश किया है.
चार दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगे ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो
राष्ट्रपति पद का कार्यभर संभालने के बाद बोलसोनारो की यह पहली भारत यात्रा होगी.
विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियास बोलसोनारो 24 से 27 जनवरी तक भारत की यात्रा पर रहेंगे. वह 26 जनवरी को भारत की 71वीं गणतंत्र दिवस परेड में विशेष अतिथि होंगे.’
पूर्व सेना प्रमुख बोलसोनारो ने अक्टूबर 2018 चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर पिछले साल जनवरी में राष्ट्रपति पद की बागडोर संभाली थी.
मंत्रालय ने कहा, ‘इस यात्रा से भारत-ब्राजील के बहुआयामी संबंधों को और बढ़ने तथा मजबूत होने की उम्मीद है.’
विदेश मंत्रालय के अनुसार 27 जनवरी को बोलसोनारो भारत-ब्राजील व्यापार मंच पर भारत और ब्राजील के उद्योगपतियों के समूह को संबोधित करेंगे. भारत और ब्राजील के संबंध पिछले कुछ वर्षों में बेहतर हुए हैं. दोनों ही देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए प्रबल दावेदार भी हैं.