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अमृतसर, 24 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा बृहस्पतिवार शाम को अमृतसर में अटारी सीमा पर ‘बीटिंग रिट्रीट’ समारोह के दौरान भारत और पाकिस्तान के सीमा द्वार बंद रहे।
समारोह के दौरान भारतीय परेड कमांडर अपने पाकिस्तानी समकक्ष से हाथ मिलाने के लिए भी आगे नहीं बढ़े।
संयुक्त जांच चौकी (जेसीपी) अटारी सीमा पर ‘रिट्रीट’ समारोह देखने के लिए कई आगंतुक आए थे।
पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और हमले में जान गंवाने वालों में अधिकतर पर्यटक थे।
इस हमले के विरोध स्वरूप भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं।
भारत ने अटारी में एकीकृत जांच चौकी को भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया। यह चौकी दोनों देशों के बीच एकमात्र चालू भूमि सीमा है।
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बुधवार को हुई बैठक के बाद पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए पांच विशिष्ट जवाबी कदमों में से यह एक कदम था। केंद्र सरकार ने बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की भी घोषणा की थी।
बीएसएफ ने बृहस्पतिवार को बताया कि बल ने पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में आयोजित होने वाले ‘रिट्रीट’ समारोह को संक्षिप्त कर दिया है।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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