नई दिल्ली: शिवसेना अब 2 से 6 अक्टूबर को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली का आयोजन कर सकेगी. बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के लिए उद्धव ठाकरे गुट को अनुमति दे दी है.
जस्टिस आरडी धानुका और जस्टिस कमल खाता की पीठ ने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा रैली आयोजित करने की अनुमति से इनकार करने वाले एक आदेश को रद्द करते हुए कहा, ‘ नगर परिषद ने याचिकार्ताओं के आवेदन पर निर्णय लेने में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है. ‘
बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद शिवसेना को 2-6 अक्टूबर से तैयारियों के लिए दिया जाएगा मैदान.
बॉम्बे HC ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने के लिए शिंदे गुट की याचिका को खारिज कर दिया.
कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि पूरे समारोह की वीडियो रिकॉर्डिंग की जानी है और अगर यह पाया जाता है कि याचिकाकर्ता किसी भी कानून व व्यवस्था की स्थिति में गड़बड़ियां करते हैं तो भविष् में उन्हें मिलने वाली अनुमति को प्रभाविति करेगा.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने शिवसेना को इस आदेश के साथ बीएमसी वार्ड अधिकारी से संपर्क करने और 2016 के जीआर के अनुसार नए सिरे से अनुमति लेने को भी कहा है.
2016 में, बीएमसी आयुक्त को शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति देने का निर्देश दिया गया था, और उसकेबाद, 2019 तक शिवसेना को यहां अनुमति दी गई थी. COVID-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में रैली आयोजित नहीं की गई थी.
इस बीच बॉम्बे हाईकोर्ट ने शिवाजी पार्क में दशहरा रैली की अनुमति मांगने वाली शिवसेना के गुटों की याचिकाओं के मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सदा सर्वंकर के हस्तक्षेप के आवेदन को बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया.
जब शुक्रवार को मामले की सुनवाई हुई, तो ठाकरे गुट के वकील अस्पी चिनॉय ने तर्क दिया कि शिवसेना 1966 से शिवाजी पार्क में अपना वार्षिक दशहरा मेला आयोजित कर रही है.
उन्होंने तर्क दिया कि शिवसेना को सरकार के प्रस्ताव के मुताबिक दशहरा मेला (रैली) आयोजित करने का अधिकार है.
चिनॉय ने आगे कहा कि शिवसेना वहां 50 वर्षो से मेला का आयोजन करती आ रही है. परंपरा, रिवाज और 2016 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा दशहरा मेला के आयोजन के लिए स्थान निर्धारित किए जाने के बाद इस तरह का प्रस्ताव विकृत है.
बीएमसी ने 21 सितंबर को कहा था कि वह ठाकरे नीत पार्टी का आवेदन इसलिए खारिज कर रही है क्योंकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना के विद्रोही धड़े के विधायक सदा सारवंकर ने भी ऐसी ही अर्जी दी है और अगर एक धड़े को अनुमति दी जाती है तो इससे स्थानीय पुलिस के लिए कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो जाएगी.
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