मुंबई, 15 मार्च (भाषा) बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मुंबई और पड़ोसी जिलों में भीषण गर्मी की स्थिति के मद्देनजर आम नागरिकों से सुरक्षित रहने और शरीर में पानी की कमी न होने देने तथा दोपहर में बाहर निकलने से बचने की अपील की है।
बीएमसी ने कहा कि लू लगने से पीड़ित व्यक्ति को तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। इसने लोगों से पानी एवं अन्य स्वास्थ्यकर तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने की भी सलाह दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ (कुछ हिस्सों में गंभीर लू की स्थिति) और बुधवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ (अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति) जारी किया है।
आईएमडी ने अगले दो दिनों में मुंबई में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को उपनगरीय सांताक्रुज में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आईएमडी की चेतावनी के मद्देनजर, मुंबई नगर निकाय ने नागरिकों को ‘क्या करें और क्या न करें’ के बारे में सूचित करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और उनसे ‘‘भरपूर पानी पीने और सुरक्षित रहने’’ के लिए कहा। लू के प्रभाव को कम करने और लू से गंभीर बीमारी या मौत की आशंका को रोकने के लिए बीएमसी ने लोगों को धूप में, खासकर दोपहर 12 बजे से दिन में तीन बजे के बीच बाहर निकलने से बचने के लिए भी कहा।
बीएमसी ने लोगों को दोपहर में बाहर निकलते समय पानी ले जाने का सुझाव दिया। बीएमसी ने कहा, ‘‘पर्याप्त पानी पिएं और जितनी बार संभव हो, प्यास न लगने पर भी पिएं।’’
इसने लोगों से चाय, कॉफी, शीतल पेय, उच्च प्रोटीन और बासी भोजन से बचने के लिए भी कहा और सुझाव दिया कि लोग टोपी या छतरी का इस्तेमाल करें और अगर वे बाहर काम करते हैं तो सिर, गर्दन, चेहरे और खुले अंगों पर नम कपड़े का इस्तेमाल करें।
बीएमसी ने लोगों से ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट) और घर का बना पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी और छाछ लेने के लिए भी कहा, जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। इसमें कहा गया है कि पंखे का प्रयोग करें और ठंडे पानी से बार-बार नहाएं।
बीएमसी ने कहा, ‘‘यदि कोई व्यक्ति बेहोश हो जाता है या बीमार पड़ जाता है तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।’’ बीएमसी ने यह भी सुझाव दिया कि अगर किसी व्यक्ति को लू लगी है, तो उसे छाया के नीचे ठंडी जगह पर लिटाना चाहिए। गीले कपड़े से शरीर पोंछना या इसे बार-बार धोना चाहिए और सिर पर सामान्य तापमान का पानी डालना चाहिए। साथ ही व्यक्ति को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाना चाहिए।
भाषा सुरभि सुरेश
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