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Saturday, 23 November, 2024
होमदेश‘अपनों की रक्षा करना, कुकियों पर नजर रखना’, मणिपुर में ‘मीरा पैबिस’ सुरक्षाबलों की भूमिका निभा रही हैं

‘अपनों की रक्षा करना, कुकियों पर नजर रखना’, मणिपुर में ‘मीरा पैबिस’ सुरक्षाबलों की भूमिका निभा रही हैं

तस्वीरों की यह श्रृंखला, मीरा पैबिस, या मणिपुर की 'माताओं' को दिखाने की कोशिश करती है. मणिपुर में हो कुकी-मैतेई संघर्ष के दौरान वह अग्रिम पंक्ति में आकर अपने समुदाय के लोगों की मदद कर रही हैं.

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मणिपुर: पारंपरिक मणिपुरी साड़ी और आकर्षक मणिपुरी टोपी पहने महिलाओं का एक समूह इंफाल की सड़कों पर पहरा दे रहा है. महिलाओं का यह समूह वहां से गुजरने वाले वाहनों की जांच करता है. महिलाएं गाड़ी में बैठे ड्राइवर से सबकुछ पूछती हैं और उनसे उनका आधारकार्ड सहित अन्य कागजात दिखाने के लिए कहती हैं. वह गाड़ी की डिक्की और पीछे की सीट की भी पूरी गहनता से जांच करती हैं.

ये महिलाएं कोई पुलिसकर्मी या सशस्त्र बलों के कर्मी नहीं हैं, बल्कि ‘मीरा पैबिस’, या ‘मशालवाहक’ हैं. ‘मीरा पैबिस’  मैतेई समाज की महिलाओं का एक समूह है जो समुदाय के नैतिक संरक्षक के रूप में काम करती हैं. आजकल यह मणिपुर में चल रही हिंसा के बीच लोगों की मदद कर रही हैं और एक सुरक्षाबल की भूमिका में है.

हालांकि, सुरक्षा बलों का कहना है कि ‘मीरा पैबिस’ सड़कों को अवरुद्ध करके उनके काम को प्रभावित करती हैं. इससे सुरक्षाबलों को तलाशी अभियानों में मुश्किल पैदा होती है. साथ ही यह दंगाइयों को भागने में भी मदद करती हैं. सुरक्षाबलों का मानना है कि इससे राज्य के पहाड़ी जिलों में कुकियों के लिए आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने में मुश्किल हो रही है.

मैतेई समुदाय के भीतर ‘मीरा पैबिस’ को  ‘इमा’ या ‘मां’ के रूप में सराहा जाता है जो “अपनी मातृभूमि और लोगों की रक्षा” के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं.

इन महिलाओं ने अपने गांवों की रक्षा करने या सड़कों और राजमार्गों पर गश्त करने के लिए 6-7 घंटे की शिफ्ट की रूपरेखा तैयार की है. सभी महिलाएं लाठियों और मशालों से लैस रहती हैं.

“युद्ध के इस समय” में इनका मुख्य काम वाहनों की जांच करना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कुकी तक कोई राशन या “हथियार” न पहुंचे. अगर उन्हें वाहन में इस तरह का कुछ भी मिलता है तो वे ड्राइवर को भीड़ के हवाले कर देते हैं और गाड़ी में आग लगा देते हैं.

तस्वीरों की इस श्रृंखला के माध्यम से, दिप्रिंट के नेशनल फोटो एडिटर प्रवीण जैन ‘मीरा पैबिस’ और मैतेई-कुकी संघर्ष की एक झलक पेश कर रहे हैं.

Meira Paibis protest at Leimakhong after two Meiteis were allegedly killed by Kukis | Photo: Praveen Jain | ThePrint
कथित तौर पर कुकी लोगों द्वारा दो मैतेई की हत्या के बाद लीमाखोंग में मीरा पैबिस का विरोध प्रदर्शन | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Security forces say the Meira Paibis use their status as women as a shield, knowing it's a deterrent to use of force | Photo: Praveen Jain | ThePrint
सुरक्षा बलों का कहना है कि मीरा पैबिस महिलाओं को एक ढाल के रूप में इस्तेमाल करती हैं, यह जानते हुए कि यह गलत है | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
After their highway patrols end, the Meira Paibis either walk back home or hitchhike | Photo: Praveen Jain | ThePrint
राजमार्गों पर अपनी गश्त समाप्त होने के बाद मीरा पैबिस पैदल अपने घर वापस चली जाती हैं |फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Photo credit: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Checking the boot of a vehicle to ensure no rations or 'weapons' are taken to Kuki areas | Photo: Praveen Jain | ThePrint
यह सुनिश्चित करने के लिए वाहन के डिब्बों की जांच करना कि कुकी क्षेत्रों में कोई राशन या ‘हथियार’ नहीं ले जाया जा रहा है | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Most Meira Paibis conduct their patrols armed with sticks | Photo: Praveen Jain | ThePrint
अधिकांश मीरा पैबिस लाठियों से लैस होकर अपनी गश्ती करते हैं | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
On patrol late at night | Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
In between their shifts, the women take breaks with tea and a game of ludo | Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Women sit in groups and guard their villages | Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Prepared for a night on the roads | Photo: Praveen Jain | ThePrint
रात्रि के लिए तैयारी | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
On highway patrol | Photo: Praveen Jain | ThePrint
हाइवे पर पेट्रोलिंग | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
A protest against Kukis | Photo; Praveen Jain | ThePrint
कुकी समुदाय के लोगों के खिलाफ प्रदर्शन | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Meitei women rush to the highway | Photo: Praveen Jain | ThePrint
सड़क पर मैतेई समुदाय की महिलाएं | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Meira Paibis walk on the highway beside a convoy of security forces' vehicles | Photo: Praveen Jain | ThePrint
फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Inspecting a truck | Photo: Praveen Jain | ThePrint
ट्रक की जांच करती मीरा पैबिस | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट
Meitei women in front of a church frequented by Kukis | Photo: Praveen Jain | ThePrint
चर्च के सामने मैतेई महिलाएं, जहां कुकी अक्सर आते-जाते हैं | फोटो: प्रवीण जैन | दिप्रिंट

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