कोलकाताः भाजपा बंगाल में अपनी जमीनी राजनीतिक पकड़ बनाने के लिए वहां की सामाजिक व सांस्कृतिक पहुंच बनाने में जुट गई है. बंगाली फिल्म और टेलीविजन उद्योग को संगठित क्षेत्र बनाने और सभी को समान अधिकार सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थित एक नया संगठन शुरू किया गया है. भाजपा के पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष और उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार की उपस्थिति में शनिवार शाम ईस्टर्न इंडिया मोशन पिक्चर्स एंड कल्चरल कंफेडरेशन (ईआईएमपीसीसी) को लॉन्च किया गया.
हालांकि, हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं प्रसिद्ध डिजायनर और नवगठित संगठन की अध्यक्ष अग्निमित्रा पौल ने संस्था की गैर-राजनीतिक प्रकृति पर जोर दिया.
सैकड़ों कलाकारों और तकनीशियनों के समक्ष घोष ने कहा, ‘यह मंच फिल्म, टीवी, थिएटर और अन्य सभी सांस्कृतिक क्षेत्रों में काम करने वाले सभी लोगों का है. इसमें कोई दखल नहीं होगा और मनोरंज उद्योग की सभी समस्याओं से निपटारा सुनिश्चित होगा. जरूरत पड़ने पर मामले को दिल्ली ले जाया जाएगा.’
वास्तविक प्रतिभाओं पर ईआईएमपीसीसी के फोकस पर जोर देते हुए पॉल ने कहा, ‘प्रतिभाशाली कलाकारों को तब तक काम नहीं मिलता जब तक वे चमचागिरी न करने लगें, वहीं कई लोगों को राजनीतिक संबंधों के कारण काम मिल रहा है. लेकिन हमारा संगठन पूरी तरह गैर-राजनीतिक है. हम लोगों को काम नहीं देंगे, लेकिन जरूरत पड़ने पर उनके साथ खड़े होंगे.’
तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि वर्तमान में (फिल्म उद्योग में) एक राजनीतिक दल का बहुत ज्यादा दखल है और कई मौकों पर फिल्म निर्माताओं को उन कलाकारों को काम देने को कहा जाता है जिनकी वे सिफारिश करते हैं.
पॉल ने कहा कि संगठन का लक्ष्य फिल्म उद्योग के सदस्यों को स्वास्थ्य बीमा, अतिरिक्त काम का अतिरिक्त भुगतान, भविष्य निधि जैसे लाभ दिलाना है.