कोलकाता, 17 मार्च (भाषा) पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग की पहाड़ियों में स्थित कुरसियांग सीट से भाजपा विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा ने बृहस्पतिवार को अपना आरोप दोहराया कि राज्य के पहाड़ी इलाकों का पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों से कटाव है।
उन्होंने दावा किया कि नेपाली कवि भानुभक्त की जयंती मैदानी इलाकों में नहीं मनाई जाती जबकि रवींद्रनाथ टैगोर की जंयती हर जगह मनाई जाती है।
विधानभा में बजट पर चर्चा के दौरान शर्मा ने कहा, ‘‘आप मेरे द्वारा सदन में व्यक्त किए गए विचार से असहज हो सकते हैं कि दार्जिलिंग को अलग राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए क्योंकि पहाड़ों के लोग भावनात्मक रूप से मैदानी इलाकों से नहीं जुड़े हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई तथ्यों में से एक तथ्य पर गौर करें तो ‘‘हमारे राष्ट्र कवि भानु भक्ता आचार्य को मैदानी इलाकों में उनकी जयंती पर महत्व नहीं मिलता जबकि रवींद्रनाथ टैगोर की जंयती अति उत्साह से पहाड़ों में मनाया जाता है। बंगाल में लोगों द्वारा भेदभाव का महसूस कारण को इससे कोई भी समझ सकता है।’’
इसके जवाब में वित्त राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हमारी मुख्यमंत्री पहाड़ी क्षेत्र का निरंतर दौरा करती हैं और वह उस इलाके और वहां के लोगों को बंगाल का अभिन्न अंग मानती हैं।’’
भाषा धीरज सुरेश
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