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Friday, 31 May, 2024
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भाजपा सरकार द्वारा तीन हज़ार करोड़ की लागत से 50 करोड़ पेड़ लगाने के दावे की जांच करेगी उद्धव सरकार

एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार चलाने वाली शिवसेना ने फैसला लिया है कि वो सेटेलाइट इमेज़ के जरिए 50 करोड़ पेड़ों के लगने की जांच करेगी.

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मुंबई: उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार का वन विभाग पिछली भाजपा सरकार के दावे की जांच के लिए जिसमें राज्य में तीन हज़ार करोड़ की लागत से 50 करोड़ पेड़ लगाने की बात थी उसकी जांच करेगी.

अभी वन विभाग शिवसेना के साथ है जो पहले राज्य में भाजपा के देवेंद्र फडणवीस सरकार के साथ थी.

2016 में फडणवीस सरकार ने पेड़ लगाने के लिए हरित महाराष्ट्र लांच किया था. जिसके तहत चार सालों में 50 करोड़ पेड़ लगाने थे. तब के वन मंत्री और भाजपा नेता सुधीर मुंगटीवर ने राज्य में वनों की कमी से निपटने के लिए यह प्रोजेक्ट शुरू किया था. प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन इस ड्राइव के ब्रांड अंबेसडर थे.

एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार चलाने वाली शिवसेना ने फैसला लिया है कि वो सेटेलाइट इमेज़ के जरिए 50 करोड़ पेड़ों के लगने के दावों की जांच करेगी.

वन मंत्री संजय राठौड़ ने बुधवार को मीडिया को बताया कि ये फैसला तब लिया गया है जब पहले के और वर्तमान के कुछ मंत्रियों ने शिकायत की है. जिसमें उन्होंने पेड़ों की असल संख्या को लेकर संदेह जताया है.

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एक कार्यक्रम में राठौड़ ने मीडियो को बताया, ‘मुझे मंत्रियों और अन्य लोगों से कई शिकायतें मिली हैं कि 50 करोड़ पेड़ नहीं लगाए गए हैं.’ ‘ हम सेटेलाइट इमेज़ के जरिए इस दावे की पुष्टि करेंगे. सरकार ये भी चाहती है कि पेड़ लगाने में कितने पैसे लगे वो भी पता चल जाए.’

मुंगटीवर ने इस जांच का स्वागत किया लेकिन इस मामले पर श्वेत पत्र की मांग की. ‘हर साधन के जरिए इसकी जांच हो लेकिन ये हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज के जरिए कराई जाए. इस सरकार को जांच के बाद श्वेत पत्र लाना चाहिए ताकि सारा मामला सुलझ जाए.’


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उन्होंने कहा, ‘नेशनल फॉरेस्ट सर्वे ने पेड़ लगाने की ड्राइव के बाद ये देखा कि वन क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई है. 32 विभाग और कई सारे म्युनिसिपल बॉडी इस प्रोजेक्ट की सफलता में शामिल हैं.’

जांच किस बात पर होगी

फडणवीस सरकार के आंकड़ों के अनुसार पेड़ लगाने के ड्राइव के पहले साल में 2.82 करोड़ पेड़ लगाए गए. पहले साल में केवल 2 करोड़ ही पेड़ लगाने का लक्ष्य था. 2017 में 4 करोड़ पेड़ लगाने के लक्ष्य से ज्यादा 5.17 करोड़ पेड़ लगाए गए. वहीं 2018 में 13 करोड़ के लक्ष्य से भी ज्यादा 15.17 करोड़ पेड़ लगाए गए.

हालांकि चौथे और प्रोजेक्ट के अंतिम फेज़ यानी कि देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल के अंतिम साल में सिर्फ तीन महीनों में (जुलाई से सितंबर) में करीब 33 करोड़ पेड़ लगाए गए. फडणवीस ने अंतिम फेज़ चंद्रपुर जिले में बाबा आम्टे आनंदवन से लांच कराया.

जब ड्राइव चल रहा था तब फडणवीस ने कई फिल्मी सितारों से लक्ष्य तक पहुंचने में मदद मांगी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के तहत आने वाले फिल्म डिविजन ने दो मिनट का एक विडियो भी बनाया जिसमें राज्य के गवर्नर सी विद्यासागर राव, फडणवीस, सुधीर मुंगटीवर और अमिताभ बच्चन अपील करते हुए दिखाए गए थे.

पिछले साल अगस्त में प्रसिद्ध अभिनेता सैय्याजी शिंदे ने इस कदम की आलोचना की थी. उन्होंने अपने आरोपों को बुधवार को टीवी चैनल्स को दिए साक्षात्कारों में भी दोहराया.


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संजय राठौड़ ने वन विभाग के मुख्य सचिव विकास खड़गे को पेड़ों की संख्या की जांच करने का निर्देश दिया है और कितने पेड़ लगाए गए उसकी संख्या का पता लगाने को कहा है.

यह कदम तब लिया गया जब महाराष्ट्र के ही एक मंत्री विजय वडेट्टीवार ने वन मंत्री को चिट्ठी लिखकर पेड़ों की संख्या के दावे की जांच कराने की मांग की थी.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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