(तस्वीर के साथ)
पटना, 13 सितंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने शनिवार को बिहार में पार्टी कोर कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की।
राजस्व विभाग के बर्खास्त कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण बैठक का स्थान भाजपा प्रदेश मुख्यालय से बदल कर राजकीय अतिथिशाला कर दिया गया।
दरअसल, हाल में जिन 7,000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं के अनुबंध समाप्त कर दिए गए थे, वे अपनी बहाली और नियमितीकरण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
शनिवार को नीतीश कुमार सरकार की सहयोगी पार्टी भाजपा के नेता उस समय अचंभित रह गए जब हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने यहां वीर चंद पटेल मार्ग पर पार्टी कार्यालय का घेराव किया। इसको देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई थी, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने तब तक हटने से इनकार कर दिया जब तक कि वरिष्ठ नेता एवं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा आकर उनसे बात नहीं करेंगे।
सिन्हा ने उनसे कहा कि सड़क पर प्रदर्शन करके ऐसी स्थिति पैदा करने का कोई फ़ायदा नहीं है जिससे सुरक्षाकर्मियों को सख़्ती बरतनी पड़े।
हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपकी शिकायतों को संबंधित मंत्री के सामने उठाऊंगा। मंत्री के साथ बैठक मंगलवार को ही संभव होगी, क्योंकि सोमवार को हम सब प्रधानमंत्री के दौरे में व्यस्त रहेंगे। तब तक धैर्य रखें।’’
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मंत्री भाजपा के संजय सरावगी के पास है।
इन आश्वासन के बाद भी प्रदर्शनकारी शांत नजर आये। हालांकि उनमें से बड़ी संख्या में लोग भाजपा कार्यालय के आसपास मंडराते रहे, जिससे पार्टी को यह निर्णय लेना पड़ा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा का घटनास्थल पर जाना शायद उचित नहीं होगा। नड्डा केंद्रीय मंत्री भी हैं।
नड्डा ने अपने बिहार दौरे की शुरुआत पटना में एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम को संबोधित करके की।
नड्डा राजकीय अतिथि गृह गए, जहां कोर कमेटी की बैठक हुई । बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन और संजय मयूख अन्य नेता मौजूद थे।
भाषा कैलाश
राजकुमार
राजकुमार
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.