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Sunday, 21 September, 2025
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भाजपा ने कांग्रेस पर कर्नाटक में जाति सर्वेक्षण के जरिए हिंदुओं को बांटने का आरोप लगाया

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बेंगलुरु, 21 सितंबर (भाषा) कर्नाटक में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सत्तारूढ़ कांग्रेस नेतृत्व और राज्य सरकार पर सामाजिक एवं शैक्षिक सर्वेक्षण या जाति जनगणना के नाम पर हिंदू समुदाय को बांटने के प्रयास करने का आरोप लगाया।

भाजपा नेताओं ने सभी जाति या वर्ग के लोगों से देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के हित में अपना धर्म हिंदू के रूप में दर्ज कराने का आग्रह किया। यह सर्वेक्षण 22 सितंबर से सात अक्टूबर के बीच होना है और इसकी अनुमानित लागत 420 करोड़ रुपये है।

उन्होंने इस सर्वेक्षण की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया जबकि केंद्र सरकार पहले ही राष्ट्रीय जनगणना में जातिगत गणना की घोषणा कर चुकी है।

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने सभी जातियों और वर्गों के लोगों से सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की साजिशों का शिकार न होने की अपील की।

शिवमोग्गा में उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘राज्य सरकार के पास जाति जनगणना करने का कोई अधिकार या शक्ति नहीं है भले ही वह इसे करवा रही हो। मैं सभी से अपील करता हूं कि सर्वेक्षण के दौरान धर्म वाले कॉलम में हम सभी को इसका हिंदू के रूप में उल्लेख करना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप अपनी जाति और उपजाति अपने समुदाय के अनुसार लिख सकते हैं। देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा के लिए हमें अपना धर्म हिंदू लिखना चाहिए। हिंदू समाज की एकता के लिए अपना धर्म हिंदू बताना हमारा कर्तव्य है।’’

केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रह्लाद जोशी ने हुबली में पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘अपनी नेता सोनिया गांधी और उनके नकली गांधी परिवार के निर्देशों के तहत हिंदू समाज को विभाजित करने की साजिश कर रही है।’

विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने आरोप लगाया कि सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार इस सर्वेक्षण का इस्तेमाल ‘हिंदुओं को बांटने के लिए कर रही है और सत्ता में आने के बाद से हिंदू विरोधी नीति उसके एजेंडे का हिस्सा बन गई है।’

उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के लिए तैयार की गई जाति सूची सिद्धरमैया द्वारा ईसाई समुदाय और कांग्रेस आलाकमान को खुश करने के लिए बनाई गई थी ताकि पार्टी के भीतर सत्ता संघर्ष के बीच उनका मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना सुनिश्चित हो सके।

तैयार की गई सूची में ‘कुरुबा ईसाई’, ‘ब्राह्मण ईसाई’ और ‘वोक्कालिगा ईसाई’ जैसी दोहरी पहचान वाली जातियां शामिल हैं।

भाषा यासिर नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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