रामपुरहाट (पश्चिम बंगाल), 25 मार्च (भाषा) केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के केन्द्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) संभाग के अधिकारियों का एक दल शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोगतुई गांव के क्षतिग्रस्त मकानों से नमूने एकत्रित करने यहां पहुंचा।
गौरतलब है कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के कुछ मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों सहित आठ लोगों की झुलस कर मौत हो गई थी। माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी।
सीएफएसएल की आठ सदस्य टीम के साथ कुछ पुलिस कर्मी भी नजर आए।
सीएफएसएल के अधिकारियों ने हालांकि इस संबंध में विस्तृत रूप से कोई जानकारी नहीं दी।
अधिकारियों में से एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ हम यहां सबूत एकत्रित करने आए हैं। हम इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दे सकते।’’
इससे पहले, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बीरभूम हिंसा मामले की जांच सीबीआई से कराने का शुक्रवार को आदेश दिया था। मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए अदालत ने सीएफएसएल को नमूने एकत्रित करने के लिए घटना स्थल का दौरा करने को बुधवार को कहा था।
दिल्ली में सीबीआई के एक अधिकारी से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश को पूरा पढ़ने के बाद ही उसके अनुसार जांच शुरू करने के लिए एक दल का गठन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि एजेंसी अभी अदालत का आदेश पढ़ रही है और इसके बाद ही दल गठित करने के संबंध में फैसला करेगी।
भाषा निहारिका शाहिद
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