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मंगलवार, 22 अप्रैल, 2025
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बिहार को ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता की जरूरत, चिराग बड़ी भूमिका के लिए तैयार : लोजपा

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(कुमार राकेश)

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने मंगलवार को कहा कि उसके अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान चुनावी राज्य बिहार में बड़ी जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं और दावा किया कि राज्य को एक ऊर्जावान और दूरदृष्टि रखने वाले ‘फिट’ नेता की जरूरत है।

राज्य में सियासी पारा बढ़ाने वाली टिप्पणियां करते हुए पासवान के करीबी सहयोगी एवं लोकसभा सदस्य अरुण भारती ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को एक साथ बैठकर निर्णय लेना चाहिए, क्योंकि केंद्रीय मंत्री राज्य के एक ऐसे नेता हैं, जिनके पास दूरदृष्टि है और सभी जातियों और समुदायों में उनकी स्वीकार्यता है।

लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक ने कहा कि अन्य नेताओं में न तो दूरदर्शिता है और न ही उनकी स्वीकार्यता है। हालांकि, उन्होंने जद(यू) अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर कोई टिप्पणी करने से परहेज किया।

पासवान के बहनोई भारती ने कहा कि नीतीश के नेतृत्व में बिहार ने ‘‘शानदार काम’’ किया है, लेकिन उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में इसकी विकास यात्रा अभी भी पीछे है।

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार एक बड़े बदलाव के मुहाने पर खड़ा है। चुनाव के बाद जो भी सत्ता में आएगा, वह अगले 20 से 25 वर्षों के लिए राज्य की यात्रा को आगे बढ़ाएगा और उसे आकार देगा। यह केवल एक दूरदर्शी और स्वीकार्य नेता ही कर सकता है। मेरी पार्टी का मानना ​​है कि पासवान ‘फिट’ और सक्षम हैं तथा बड़ी जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं।’’

पासवान द्वारा खाली की गई जमुई लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए भारती ने केंद्रीय मंत्री की लोकप्रियता पर जोर देते हुए कहा कि पूरे राज्य के लोग उनकी ओर आकर्षित हो रहे हैं।

पासवान ने पिछले साल हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी।

भारती ने दावा किया कि पासवान जहां भी जाते हैं, वहां 50,000 से कम लोग नहीं जुटते हैं। लोजपा (रामविलास) राजग का तीसरा सबसे बड़ा घटक दल है, जिसमें भाजपा और जद(यू) के अलावा कुछ छोटी पार्टियां भी शामिल हैं।

हालांकि, भाजपा और पासवान समेत राजग के घटक दलों ने अक्सर यह कहा है कि गठबंधन नीतीश के नेतृत्व में (बिहार विधानसभा) चुनाव लड़ेगा, लेकिन राज्य में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठते रहे हैं और विपक्षी दल इस मुद्दे को उठाते रहे हैं।

पासवान ने हाल ही में कहा था कि वह बिहार की राजनीति में आना चाहते हैं।

विधानसभा चुनाव अभी करीब छह महीने दूर हैं, ऐसे में लोजपा (रामविलास) अपने नेता के लिए एक बड़ी भूमिका तलाश रही है। जद(यू) के साथ पार्टी के संबंध उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं और दोनों के बीच टकराव ने 2020 के चुनावों के दौरान बिहार में राजग से बाहर निकलने के लिए पासवान को प्रेरित किया था।

उन्होंने जद(यू) के उम्मीदवारों वाले निर्वाचन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया था, जिससे उसकी कुल सीटों की संख्या में बड़ी गिरावट आई थी। हालांकि, पासवान की पार्टी केवल एक सीट ही जीत सकी थी।

भाषा

सुभाष पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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