जम्मू, दो अगस्त (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने अक्टूबर-नवंबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव पर विचार-विमर्श के लिए सात अगस्त को नयी दिल्ली में विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाई है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल होने का भी भरोसा जताया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें उस पर भरोसा है जो सबका मालिक है। हमें अपने अधिकार जरूर मिलेंगे।’’
राहुल गांधी के इस दावे पर कि उनकी पार्टी के पास निर्वाचन आयोग द्वारा भाजपा के लिए की गई ‘वोट चोरी’ को साबित करने के लिए ‘एटम बम’ जैसा सबूत है, अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस नेता ने कहा है कि ‘उन्होंने ऐसी व्यवस्था की है कि वे बिहार चुनाव जीत जाएंगे।’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं उनसे मिलने जा रहा हूं। (इंडिया गठबंधन के) सभी नेताओं को 7 अगस्त को बैठक के लिए बुलाया गया है और मैं (सच्चाई) का पता लगाऊंगा।’
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को दावा किया कि निर्वाचन आयोग ‘वोट चोरी’ में शामिल है और इस बारे में उनके पास ऐसा पुख्ता सबूत है जो ‘एटम बम’ की तरह है जिसके फटने पर आयोग को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी।
पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता की पत्नी के निधन तथा एक परिचित के निधन पर आज दोपहर यहां उसके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे।
यह पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी कांग्रेस का समर्थन क्यों नहीं कर रही है, जिसने जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए 9 से 21 अगस्त तक क्रमिक भूख हड़ताल की घोषणा की है, अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस पहले से ही जनता के हितों के लिए लड़ रही है।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम इसके (राज्य का दर्जा बहाल करने के) लिए लड़ रहे हैं। हमने कब बातचीत बंद कर दी? जब भी (मुख्यमंत्री) उमर अब्दुल्ला प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) से मिले, उन्होंने उनके सामने यह मुद्दा उठाया।’
उन्होंने कहा, ‘हमें उस पर भरोसा है जो सबका मालिक है। हमें अपने अधिकार मिलेंगे।’
चूंकि संसद सत्र चल रहा है, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी से उनकी मांग के बारे में पूछे जाने पर, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा कि जो लोग, जम्मू कश्मीर सरकार के गठन के बाद से राज्यसभा की चार सीट और विधानसभा की दो खाली सीट नहीं भर पाये, तो उनसे क्या उम्मीद की जाए।
अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त होने के बाद बड़े पैमाने पर विकास के भाजपा के दावे पर, अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं कुछ नहीं कहूंगा। भाजपा जो कहती है, कहती रहती है।’
उन्होंने कहा, ‘(अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड) ट्रंप भी चिल्लाते रहते हैं कि मैंने शांति स्थापित करायी है। आज उन्होंने हम पर 25 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है और जुर्माना भी लगाया है। हमारे विनाश की सामग्री तैयार की जा रही है। हमारे सभी उद्योगपति भाग रहे हैं। वे दुबई से काम करेंगे। हमारे लोग पहले से ही बेरोजगार हैं और हमारे यहां बेरोजगारी और बढ़ेगी।’
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कुछ देशों ने नोबेल पुरस्कार के लिए ट्रंप का समर्थन किया है, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमें इनमें से कुछ (देशों) के नाम नहीं पता। अगर हमने भी उनका समर्थन किया होता तो क्या होता? वह दुनिया के मालिक हैं।’
उन्होंने कहा, ‘मानें या न मानें, यह हमारे लिए विनाश है, जबकि बांग्लादेश और कंबोडिया जैसे देशों को फायदा होगा। वे खुश होंगे क्योंकि भारत प्रमुख आपूर्तिकर्ता है और उसे बाहर बैठना पड़ेगा।’
भाजपा की पूर्व सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इस दावे पर अब्दुल्ला ने सीधा जवाब देने से इनकार कर दिया कि मालेगांव विस्फोट मामले में प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेने के लिए उन पर बहुत दबाव था। उन्होंने कहा, ‘मुझसे ऐसे सवाल मत पूछिए। हम पहले से ही बहुत मुश्किल में हैं। अगर हम इस मुश्किल से बाहर निकल गए, तो फिर देखेंगे।’
भाषा अमित पवनेश
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