नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) भूटान ने भारत, भूटान और ओमान में स्कूल स्थापित करने वाले प्रसिद्ध भारतीय शिक्षाविद् अरुण कपूर को ‘बुरा मार्प’ (लाल दुपट्टा) और ‘पतंग’ (औपचारिक तलवार) से सम्मानित किया है।
मामले से अवगत लोगों के अनुसार, भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल ने कपूर को लाल दुपट्टा और ‘दाशो’ की उपाधि प्रदान की, जो वर्तमान में ड्रुक ग्यालपो संस्थान के निदेशक हैं।
यह सम्मान थिम्पू के चांगलिमथांग स्टेडियम में 117वें भूटानी राष्ट्रीय दिवस समारोह में प्रदान किया गया। यह सम्मान गैर-भूटानी निवासियों को शायद ही कभी दिया जाता है, तथा इसके साथ सम्मानजनक ‘दाशो’ उपाधि दी जाती है, जो वरिष्ठ अधिकारियों के लिए प्रयोग की जाती है।
कपूर को इससे पहले 2019 में ‘द रॉयल एकेडमी स्कूल’ की स्थापना और ‘भूटान बैकालॉरिएट शैक्षिक प्रणाली’ विकसित करने में उनके योगदान के लिए ‘ड्रुक थकसे’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उन्होंने अप्रैल 2020 तक 29 वर्षों तक दिल्ली के प्रसिद्ध वसंत वैली स्कूल का नेतृत्व किया था।
भाषा
राजकुमार रंजन
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